बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सदन के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच विवाद क्या सुलझ गया है? और क्या गठबंधन में आने वाले दिनों में सबकुछ सामान्य हालात होंगे?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । BJP-JDUमें रार? नीतीश बोले- संविधान उल्लंघन कर रहे हैं विधानसभा अध्यक्ष । विधानसभा अध्यक्ष पर भड़के नीतीश, बोले- आप इस तरह से सदन चला रहे हैं
बिहार में क्या जेडीयू और बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं है और क्या खटास इतनी ज़्यादा बढ़ गई है कि अब हालात बेकाबू हो रहे हैं? आख़िर नीतीश कुमार ने आपा क्यों खोया?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । बिहार की ख़राब ग्रामीण सड़कों पर लोकसभा में भिड़े BJP-JDU । लखीमपुर केस: आशीष मिश्रा समेत आरोपियों पर चलेगा इरादतन हत्या का केस
बिहार में बीजेपी-जदयू में खटास आरजेडी के लिए मौक़ा! देशभर में फैल रहा किसान आंदोलन, सरकार की मुश्किलें बढ़ेंगी? रजनीकांत ने पार्टी बनाने से मना क्यों कर दिया ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का ख़ास विश्लेषण। Satya Hindi
Suniye Sach। बीजेपी से दबेंगे नीतीश या कर लेंगे राहें अलग? केरल सरकार ने क्यों पीछे खींचे कदम? किसानों का दिल्ली चलो मार्च 26 को। देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ दिन की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण। Satya Hindi
नीतीश कुमार को भारी पड़ा बीजेपी का साथ? बीजेपी का वोट जदयू को ट्रांसफर नहीं हुआ ? देखिए बिहार चुनाव पर वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की CSDS के डायरेक्टर और मशहूर सेफोलॉजिस्ट संजय कुमार से खास बातचीत
सरकार गठन की रणनीति में जुटे बिहार एनडीए के घटक दलों के प्रमुख नेताओं की शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर बैठक हुई। इस मामले में रविवार को बैठक होगी।
बिहार विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद चौथी बार मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों के बीच नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्होंने इस पद के लिए कोई दावा नहीं किया है। उन्होंने साफ़ किया है कि इस पर एनडीए फ़ैसला लेगा।
बिहार चुनाव प्रचार में बीजेपी और जेडीयू में वैचारिक खाई साफ़ तौर पर दिखने लगी है। योगी आदित्यनाथ ने जब सीएए का ज़िक्र कर कहा कि घुसपैठिए को बाहर निकालेंगे तो नीतीश कुमार ने इस तरह की बातों को 'फालतू बात' क़रार दे दिया है।
नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में बहुत सुनहरे सपने लेकर सत्ता में आए थे। विधानसभा चुनाव के पहले जब नीतीश कुमार जनता से वादा करते थे कि किसी बिहारी को भूख के कारण बिहार नहीं छोड़ने दूँगा। लेकिन उस सपने का क्या हुआ?
नागरिकता क़ानून, नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार में क्या संबंध हैं? क्या मोदी और नीतीश कुमार एक ही राह पर हैं? अपनी ही पार्टी के नेता प्रशांत किशोर और पवन वर्मा के विरोध के बावजूद नीतीश कुमार नागरिकता क़ानून के पक्ष में क्यों खड़े दिखते हैं? क्या यह बिहार विधानसभा चुनाव के लिए है? क्या नीतीश मोदी के जाल में फँस गए हैं? देखिए आशुतोष की बात।