Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । कोरोना को लेकर चिंताएं लेकिन दिल्ली से गुजरात तक वैक्सीन की कमी। OBC कोटा: 'संविधान बचाओ, आरक्षण बचाओ' यात्रा निकालेगी सपा
बीजेपी राहुल पर हमला करने का कोई मौक़ा नहीं खोती । वैसे वो राहुल को नासमझ कैजुअल मौसमी नेता कहती है । अगर राहुल में दम नहीं है तो इतना डिस्क्रेडिट करने की ज़रूरत क्यों हैं ? क्या राहुल से नफ़रत है या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता?
राहुल गांधी की यात्रा का मध्यांतर आ गया। लेकिन आगे का सफर दिलचस्प होना है। और छुट्टी पर भी क्या राजनीति कर रहे हैं राहुल गांधी? क्या होगा दिल्ली से कश्मीर के बीच? क्या यह बीजेपी के लिए फिक्र का समय है?
जब नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो रहे हैं तो सेक्युलर छवि रखने वाले गुलाम नबी आजाद भी क्या इस यात्रा के साथ आएंगे, यह सवाल जम्मू-कश्मीर के सियासी हलकों में पूछा जा रहा है।
कांग्रेस की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है कि भारत जोड़ो यात्रा आने वाले दिनों में पंजाब और जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी और यह दोनों ही संवेदनशील राज्य हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी गृह मंत्रालय से अनुरोध करती है कि वह राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा में शामिल सभी लोगों की सुरक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से कदम उठाए।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया है कि फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सीपीएम नेता यूसुफ तारिगामी यात्रा में शामिल होंगे। जम्मू-कश्मीर में कुछ महीने बाद विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं। यात्रा से क्या जम्मू-कश्मीर में विपक्षी एकता मजबूत होगी?
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा । अखिलेश, मायावती और जयंत चौधरी को न्योता । लेकिन तीनों का संभवतः इंकार ? क्यों ? क्या ऐसे होगी विपक्षी एकता ? क्या अभी भी राहुल विपक्ष के नेता के तौर पर स्वीकार्य नहीं ? आशुतोष के साथ चर्चा आशुतोष वर्मा, पंकज श्रीवास्तव, विवेक देशपांडे और उत्कर्ष सिन्हा !
यूपी में गैर बीजेपी दलों को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का न्यौता कांग्रेस ने भेजा था। लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की पार्टी से कहा गया है ये नेता यात्रा में शामिल नहीं होंगे। लेकिन सपा ने खुलकर यात्रा का समर्थन किया है। क्या है पूरा घटनाक्रम, पढ़िएः
क्या भारत जोड़ो यात्रा मे राहुल गांधी की छवि को बदल दिया है ? क्या राहुल कांग्रेस को पूरी तरह से बदलने में कामयाब रहे है ? क्या इस यात्रा ने कांग्रेस को बीजेपी के सामने एक मज़बूत विकल्प के तौर पर स्थापित करने में मदद की ? क्या राहुल मोदी के लिये चुनौती बन कर उभरे है ?
भारत जोड़ो यात्रा 3 जनवरी को यूपी में पहुंच रही है। करीब तीन दिन यात्रा यूपी में रहेगी। इस मौके पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव, मायावती और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी को निमंत्रित किया गया है। इनके अलावा बीजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को भी आमंत्रित किया गया है। लखनऊ के प्रोफेसर रविकांत को भी बुलाया गया है।
कड़ाके की ठंड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी टी शर्ट खबर बना रही है। सोशल मीडिया के टॉप ट्रेड में राहुल की टी शर्ट छाई हुई है। दिल्ली में 23 दिसंबर से ठंड बढ़ती जा रही है और राहुल उसी ठंड में टी शर्ट पहनकर घूम रहे हैं। लोग तरह-तरह से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आप भी जानिएः
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन और पाकिस्तान के गठजोड़ को लेकर मोदी सरकार को चेतावनी दी है। राहुल ने कहा है कि दोनों एक साथ युद्ध छेड़ सकते हैं। भारत की स्थिति नाजुक है। राहुल के बयान का वीडियो वायरल है। रिपोर्ट के साथ वीडियो भी देखिए।
कांग्रेस के संचार विभाग के महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कुछ भी गोपनीय नहीं है लेकिन इससे यह साफ होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस यात्रा से घबराए हुए हैं।
एक तरफ राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा है तो दूसरी तरफ कोरोना है। केंद्र सरकार के सामने यही दो चुनौतियां नहीं हैं। लेकिन अब तमाम चुनौतियों को कोरोना की आड़ लेकर कांग्रेस की तरफ धकेला जा रहा है। वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार इन्हीं बारीकियों को समझा रहे हैंः
तीन हजार किलोमीटर से भी ज्यादा का सफर पूरा करके आज जब भारत जोड़ो यात्रा का कारवां दिल्ली पंहुचा तो राहुल के स्वागत में और उनके साथ चलने के लिए लोग उमड़ पड़े। दिल्ली में जुटी इस भीड़ का राजनीतिक संदेश क्या है। आज की जनादेश चर्चा इसी विषय पर।