राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, भारतीय जनता पार्टी के लिए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण असली मुद्दा नहीं था, असली मुद्दा था, इसी बहाने केंद्र की सत्ता पर कब्जा करना।
अयोध्या की विवादित ज़मीन को लेकर हुए कथित समझौता फॉर्मूलने पर ही विवाद खड़ा हो गया है। सुन्नी पक्षकारों ने वक़्फ़ बोर्ड के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है।