लोगों की सेहत से खिलवाड़ के आरोप में रामदेव को जेल होगी? गुजरात के नगर निगम चुनाव में क्यों फिसड्डी रही कांग्रेस? और ये कैसा राष्ट्रवाद, बहिष्कार की अपील के बीच चीन बना भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कोरोनिल को झूठे दावों पर गुस्साए लोग, रामदेव की गिरफ्तारी की माँग ।कांग्रेस : सरकार ‘मित्रों’ के लाभ के लिए कितना गिर सकती है
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कोरोनिल को लेकर IMA ने स्वास्थ्य मंत्री से दागे कड़े सवाल । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कोरोनिल को बताया अवैज्ञानिक
क्या बाबा रामदेव ने एक बार फिर भ्रामक दावे किए? क्यों बार-बार रामदेव पर उठ रहे सवाल? पश्चिमी यूपी में बीजेपी का वोट खिसकेगा? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
कोरोनिल का रिसर्च पेपर हुआ लॉन्च लेकिन क्यों नहीं मिली विस्तृत जानकारी? क्या रामदेव ने कोरोना की दवा बना ली है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट। Satya Hindi
क्या रामदेव ने कोरोना की दवा बना ली है? दिशा मामले में कोर्ट ने मीडिया को लेकर क्या कहा? पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों पर चुप्पी क्यों? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अब रामदेव के उत्पादों का भी बायकॉट करेंगे किसान! सरकार ने 30 दिसंबर को किसानों को बातचीत के लिए बुलाया
कोरोना को ठीक करने की पातंजलि की कथित रामबाण दवा को इंग्लैंड में क़ानून का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है । बिना अनुमति और परीक्षण के इम्यूनिटी बूस्टर के नाम पर बेचने के चलते इंग्लैण्ड की सरकार ने यह कार्रवाई तय की है । बीबीसी ने यह रिपोर्ट दी । सुनिये शीतल पी सिंह की मीमांसा
रामदेव अठारह मार्च से ही मीडिया में दावे कर रहे हैं कि उन्होंने कोरोना का इलाज ढूँढ लिया है जबकि सारी दुनिया में कोई ऐसा दावा करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। इधर एक अमेरिकी लैब के प्रमुख साइंटिस्ट ने सत्यहिंदी को बताया कि रामदेव तो उनके यहाँ अभी उसी दवा के परीक्षण के लिए लंबित हैं। देखिए 'शीतल के सवाल'।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक और स्वदेशी के बड़े पैरोकार बाबा रामदेव और उनकी कंपनी ‘पतंजलि’ इंदौर में कोरोना पाॅजिटिव रोगियों पर आख़िर कौन-सा प्रयोग करना चाहती थी?
रामास्वामी पेरियार की मृत्यु 1973 में हो गई थी लेकिन 2019 में रामदेव को एकाएक उनकी आलोचना करने की ज़रूरत क्यों पड़ी? पेरियार रामदेव के किसी व्यापार में बाधा नहीं थे और न ही वे उत्तर भारत में उतने लोकप्रिय हैं कि रामदेव उनसे मुखड़ा लें। सोशल मीडिया पर चल रहे पेरियार बनाम रामदेव के संघर्ष पर वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के सवाल।