उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के चुनाव में कौन बाजी मारेगा? इस चरण में कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली से लेकर राम मंदिर आंदोलन के केंद्र अयोध्या में भी मतदान होना है।
पूर्वांचल यूपी चुनाव की जान है। यहां के 12 जिलों की सीटों पर प्रभुत्व के लिए हर चुनाव में समीकरण बदलता रहता है। कभी सोशल इंजीनियरिंग हावी हो जाता है तो कभी मंदिर का मुद्दा। इस बार सत्ता विरोधी लहर भी एक समीकरण है। जानिए किस तरफ जाएगा यह चुनाव।
पूर्वांचल में बीजेपी की डावांडोल स्थिति खुद बीजेपी विधायक की गतिविधि से पता चल रही है। सोशल मीडया पर वायरल वीडियो में रॉबर्ट्सगंज के विधायक भूपेश चौबे कान पकड़कर उठक बैठक कर रहे हैं।
बाराबंकी में पीएम मोदी ने सोशल मीडया पर मशहूर जुमले - आयेगा तो योगी ही बोला। दरअसल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी आईटी सेल ने नारा दिया था कि आयेगा तो मोदी ही। अब पीएम ने भी उसी तर्ज पर योगी का नारा दिया।
मुस्लिम मतदाताओं को लेकर पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह का बयान आया। आज फिर मायावती ने अमित शाह के बयान को आगे बढ़ाया। आखिर दोनों की इस जुगलबंदी का क्या मतलब है। पढ़िए यह महत्वपूर्ण विश्लेषण।
डीजल-पेट्रोल के दाम कम करने की मांग होने पर सरकार क्यों दलील देती है कि क़ीमतें तेल कंपनियाँ तय करती हैं और यह अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में हर रोज़ के कच्चे तेल के दाम पर निर्भर करता है?
पीएम मोदी ने आज बहराइच में रैली को संबोधित करते हुए क्रिकेट की शब्दावली का इस्तेमाल किया और कहा कि इस बार बीजेपी जीत का चौका लगाने वाली है। उन्होंने इशारों में यूक्रेन-रूस संघर्ष का भी जिक्र किया।
उत्तर प्रदेश के चुनाव में क्या अजय मिश्रा टेनी के बीजेपी के प्रचार में आने के कारण पार्टी को कोई नुकसान हो सकता है? शायद इसीलिए वह चुनाव प्रचार से गायब हैं।
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण में भी बीजेपी और सपा के बीच तगड़ा मुकाबला है। अगर इस चरण में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ तो उसके लिए इसकी भरपाई करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
बीजेपी नेता अमित शाह को क्यों लगता है कि मायावती की बीएसपी यूपी चुनाव में मज़बूती से लड़ रही है और मुसलिम उसे वोट देंगे? क्या बीजेपी को बीएसपी से कुछ उम्मीदें हैं?