मतदाताओं से संवाद करते हुए अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव मंत्री बनाने या मुख्यमंत्री चुनने का नहीं है, यह भारत के भविष्य को तय करने का चुनाव है।
पंजाब में कांग्रेस अपनी सत्ता को बचाए रखना चाहती है। इसीलिए फूंक फूंक कर कदम रखते हुए पार्टी ने किसी भी नेता को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तमाम विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी प्रत्याशी मुसीबतों में घिरते जा रहे हैं। बुलंदशहर जिले में शिकारपुर सीट से चुनाव लड़ रहे राज्यमंत्री अनिल शर्मा का बेटा सौ-सौ रुपये बांटते नजर आया है। वहीं गांवों में बीजेपी नेताओं को भगाने का सिलसिला जारी है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट
किशोर उपाध्याय के बीजेपी में जाने की चर्चाओं को देखते हुए ही कांग्रेस ने कुछ दिन पहले उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। बीजेपी उपाध्याय को टिहरी से चुनाव लड़ा सकती है।
उत्तर प्रदेश में कई बड़े नेता कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं, जिनमें राहुल व प्रियंका के करीबी भी शामिल हैं। ऐसे में राज्य में पार्टी से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जा सकती।
गृह मंत्री अमित शाह और जाट नेताओं की मुलाकात जिस तरह बीजेपी चाहती थी, उस तरह नहीं हुई। उसे जिन बड़े जाट नेताओं के आने का इंतजार था, उनमें से कोई नहीं आया। जानिए पूरी राजनीतिक कहानी।
यूपी के तमाम गांवों में बीजेपी विधायकों का विरोध गांवों में बढ़ता जा रहा है। पिछले हफ्ते खतौली में बीजेपी विधायक विक्रम सिंह सैनी को गांव वालों ने भगा दिया था। अब फिर से ऐसी ही घटना दो और बीजेपी विधायकों के साथ हुई है।
कांग्रेस ने दूसरी सूची में 3 विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल और नवजोत सिंह सिद्धू के रिश्तेदारों को टिकट दिया गया है।
उत्तर प्रदेश चुनाव में 'यूपी में का बा...' वीडियो ही क्या चुनावी अखाड़ा बन गया है? बीजेपी ने एक प्रचार अभियान शुरू किया। इस पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ ने सत्ता से सवाल किए। अब तो कांग्रेस की रागिनी नायक ने भी वीडियो जारी किया है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने चुनाव आयोग से अपील की है कि वह इस मामले में आम आदमी पार्टी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दायर करे। आम आदमी पार्टी ने कुछ दिन पहले भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया था।
6 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान होना बाकी है। माना जा रहा है कि हरक सिंह रावत को पार्टी चौबट्टाखाल में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के सामने उतार सकती है।