गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि वो कोविड पॉजिटिव हैं और डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल जा रहे हैं। भारत के गृहमंत्री को AIIMS की जगह मेदांता क्यों जाना पड़ा? कैबिनेट मीटिंग में अमित शाह के साथ जितने मंत्री शामिल थे, अब क्या उन्हें क्वारंटाइन होना है? प्रधानमंत्री पांच अगस्त को अयोध्या कैसे जाएंगे? अयोध्या में कितने लोग पहुंचने वाले हैं?
क्या सरकारी अस्पतालों की हालत इतनी ख़राब है कि अधिकतर राजनेता निजी अस्पतालों में इलाज कराने को तरजीह दे रहे हैं? या फिर बेहतर सुविधाएँ होने के बावजूद ऐसे लोगों का सरकारी अस्पतालों में भरोसा नहीं है?
देश के गृह मंत्री अमित शाह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने ख़ुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखने पर उन्होंने जाँच करवाई और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। वह अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हर आदमी के कोरोना टेस्ट का इंतजाम किया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली में हुई एक सर्वदलीय बैठक में यह आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री द्वारा 'आत्मनिर्भर भारत' की घोषणा करने के एक दिन बाद ही गृह मंत्रालय ने फ़ैसला किया है कि अर्द्धसैनिक बलों की कैंटीन में 1 जून से सिर्फ़ स्वदेशी सामान ही मिलेंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी घोषणा की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि वह स्वस्थ हैं और उन्हें कोई बीमारी नहीं है। बीते कुछ दिनों से पूछा जा रहा था कि वह आख़िर कहां हैं और क्या उनका स्वास्थ्य ख़राब है।
अमित शाह ने संसद में सफ़ाई क्यों दी कि एनपीआर पर लोगों को कोई डॉक्यूमेंट देने की ज़रूरत नहीं है? एनआरसी लागू करने के लिए दहाड़ने वाले अमित शाह ऐसा क्यों कह रहे हैं? क्या यह मोदी सरकार या ख़ुद प्रधानमंत्री के झुकने का संकेत नहीं है? देखिए आशुतोष की बात।
पूरे देश भर में एनआरसी लागू करने की बात कहकर दहाड़ने वाले गृह मंत्री अमित शाह अब एनपीआर पर क्यों झुक गए हैं? आख़िर संसद में उन्हें क्यों यह कहना पड़ा कि एनपीआर पर कोई कागज दिखाने की ज़रूरत नहीं है।