Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । शाह : उद्धव ठाकरे को सबक सिखाने जरूरी, धोका दिया था । गुजरात : कांग्रेस के सिलेंडर 500 रु. में समेत कई बड़े वादे
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अमित शाह के जूते 'उठाने' पर ट्रोल हुए तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष। केजरीवाल : गुजरात चुनाव तक बहुत गिरफ्तारियां होगीं, हो सकता है मुझे गिरफ्तार कर लें
तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष बंडी संजय कुमार आख़िर अमित शाह के सैंडल को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल क्यों हो रहे हैं? जानिए, टीआरएस और कांग्रेस ने उनके बारे में क्या कहा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस समय हैदराबाद में हैं। उनकी मुलाकात वहां पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू से होने वाली है। अगर नायडू और बीजेपी नजदीक आते हैं तो तेलंगाना में सत्ता समीकरण बदल सकता है।
भाजपा संसदीय दल से नितिन गडकरी की विदाई और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संगठन की शीर्ष कमेटी में न रखना क्या जताता है ?क्या सत्ता में नंबर दो का संघर्ष शुरू हो चुका है ?आज की जनादेश चर्चा .
रोहिंग्या के मुद्दे पर बीजेपी के ही मंत्रालयों में विरोधाभास क्यों था? आख़िर रोहिंग्या कौन हैं, उनकी समस्या क्या है और भारत में उनका यह मुद्दा इतना बड़ा क्यों बन गया?
बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री कब बनेगा, यह सवाल बीजेपी के नेताओं के बीच चर्चा का मुद्दा था। क्या नीतीश इससे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दख़ल से खतरा महसूस कर रहे थे?
क्या कांग्रेस का आज का प्रदर्शन महंगाई के ख़िलाफ़ नहीं था? क्या इसके आज के विरोध प्रदर्शन से 'राम मंदिर' से कुछ लेना-देना है? जानिए गृह मंत्री अमित शाह ने क्या आरोप लगाया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे पर कर्नाटक जा रहे हैं। इसी के साथ राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें शुरू हो गई हैं। लेकिन अभी किसी नेता का नाम सामने नहीं आया है।
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी या एनडीए की तरफ़ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार कौन होंगे, क्या इस सवाल पर संदेह है? तो फिर अमित शाह को या बीजेपी को यह कहने की ज़रूरत क्यों पड़ी?
महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे खेमे के साथ सरकार बनाने के बाद बीजेपी का अब लक्ष्य पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आँध्र प्रदेश, केरल जैसे राज्यों में सरकार बनाने की है। लेकिन वह सरकार बनाएगी कैसे?
क्या महाराष्ट्र जैसी राजनीतिक उथल-पुथल की आशंका अब झारखंड में है? आख़िर हेमंत सोरेन की दिल्ली में अमित शाह से मुलाक़ात के बाद कई तरह के कयास क्यों लगाए जा रहे हैं?