मणिपुर में हिंसा की वजह क्या है? क्या जातीय संघर्ष या फिर उग्रवादियों से सुरक्षा बलों की झड़प का परिणाम? आख़िर मणिपुर के मुख्यमंत्री और सीडीएस के बयान विरोधी क्यों? वास्तविक वजह जाने बिना शांति कैसे आएगी?
जिस मणिपुर में इस महीने की शुरुआत में ही बड़े पैमाने पर हिंसा शुरू हुई वहाँ अब देश के गृहमंत्री अमित शाह पहुँचे हैं। जानिए, शांति लाने के लिए वह क्या कर रहे हैं और हिंसा की क्या वजह है।
सेंगोल की आलोचना को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारतीय संस्कृति का अपमान बताया है। जबकि पीएम मोदी ने संसद को लोकतंत्र का मंदिर बताया है। इन्हीं दोनों बातों को आधार बनाते हुए पत्रकार पंकज श्रीवास्तव इसका जायजा ले रहे हैं।
नये संसद भवन में 'सेंगोल' को स्थापित करने के लिए बीजेपी की ओर से जो तर्क दिया गया कि यह ब्रिटेन से भारत को सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक था, उसकी सच्चाई पर सवाल खड़ा किया गया है। जानिए कांग्रेस ने क्या संदेह जताया है।
जिस मणिपुर में इस महीने की शुरुआत में बड़े पैमाने पर हिंसा शुरू हुई वहाँ देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अब जाने की घोषणा की है। जानिए उन्होंने क्या कहा और वह क्या करेंगे।
कर्नाटक में चुनाव से पहले अमूल का मुद्दा बना था और बीजेपी अच्छी-खासी मुश्किल में दिखी थी। क्या अब तमिलनाडु में भी अमूल बड़ा मुद्दा बनेगा? जानिए, आख़िर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने अमित शाह के सामने क्या आपत्ति जताई है।
नये संसद भवन के उद्घाटन से पहले सरकार और विपक्षी दलों के बीच मची घमासान के बीच आख़िर अमित शाह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों की? जानिए, उन्होंने जवाहर लाल नेहरू का नाम क्यों लिया।
भारत में आधुनिक इतिहास में किस-किस का योगदान है? इतिहासकारों को छोड़िए, जानिए देश के गृहमंत्री अमित शाह किनका-किनका योगदान मानते हैं, और पीएम मोदी का क्या योगदान बताते हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में आज रविवार को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने खुद मोर्चा संभाला हुआ है। लेकिन अमित शाह का एक वीडियो वायरल होने और डिलीट होने के बाद बीजेपी की दिक्कतें बढ़ गई हैं। जानिए पूरी कहानीः
कांग्रेस ने आज कर्नाटक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ पुलिस में शिकायत देते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग में भी शिकायत की है। अमित शाह पर साम्प्रदायिक भाषण देने का आरोप है।
छत्तीसगढ़ नक्सलियों से प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। वहां छोटे मोटे हमले तो हमेशा से ही होते रहे हैं। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर हमला काफी समय बाद हुआ है, जिसमें 11 लोग मारे गये हैं।
कर्नाटक में चुनाव की घोषणा से पहले मुस्लिमों को दिये गये आरक्षण को रद्द करने के बीजेपी सरकार के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। जानिए इसने क्या टिप्पणी की है।
कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'नरोदा गाम: 12 साल की एक लड़की सहित हमारे 11 नागरिकों की हत्या कर दी गई। 21 साल बाद 67 आरोपी बरी। क्या हमें कानून के शासन का जश्न मनाना चाहिए या निराशा को इसके निधन का जश्न मनाना चाहिए!'
एसआईटी ने कोर्ट को बताया था कि ट्रेन में आग लगाए जाने से मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए विधानसभा में शोक सभा का आयोजन किया गया था। शोक सभा के आयोजन के बाद माया कोडनानी नरोदा गांव पहुंची और भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया।