विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक 19 दिसंबर को हो सकती है। अब लगभग सारे विपक्षी नेता इंडिया की बैठक में शामिल होने को राजी हो गए हैं। पश्चिमी यूपी के प्रमुख नेता जयंत चौधरी ने कहा है कि उनकी पार्टी रालोद (आरएलडी) पूरी तरह गठबंधन के साथ है। वो अगली बैठक में शामिल होंगे।
जिस तेजी से विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन ने आकार लिया था किया उसी तेजी से इसमें अब दिक्कतें आने लगी हैं? आख़िर एक के बाद एक नेता इंडिया की बैठक से किनारे क्यों हो रहे हैं?
यह रिपोर्ट मध्य प्रदेश चुनाव नतीजों पर नहीं है। बल्कि इस पर है कि एमपी में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 72 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए, 24 रैलियां कीं। बड़ी-बड़ी बातें की और उनके भाषणों का निशाना कांग्रेस थी, जबकि एमपी में सत्ता भाजपा के पास थी और अब भाजपा वहां फिर से वापस आ गई है। इसलिए अखिलेश की पैंतरेबाजी पर बात करना जरूरी है।
यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की राजनीति इन दिनों देखने वाली है। वो इंडिया गठबंधन को लगातार डुबो रहे हैं। वो बसपा प्रमुख मायावती की तरह कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाना बना रहे हैं। एमपी में भाजपा सत्ता में है, लेकिन वहां भी अखिलेश के निशाने पर कांग्रेस और राहुल हैं। अखिलेश के रुख में बदलाव की वजह क्या मानी जाए, जानिएः
मध्यप्रदेश में कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन को लेकर जो खटपट शुरू हुई है, वह लगता है अभी भी दूर नहीं हुई है। जानिए, आख़िर जेल में आज़म ख़ान से मिलने पर दोनों दलों में क्यों रार है।
समाजवादी पार्टी के लखनऊ स्थित मुख्यालय के बाहर लगे पोस्टर में अखिलेश यादव को भावी प्रधानमंत्री बताया गया है। यह पोस्टर सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने लगाया है। इस पोस्टर ने यूपी की राजनीति को गर्म कर दिया है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस पार्टी की अरुचि पर जिस तरह से अखिलेश यादव प्रतिक्रिया दे रहे हैं, वह शुरुआत में ही दरार को दर्शाता है। आख़िरकार यह कैसे होगा, यह लाख टके का सवाल है।
इंडिया गठबंधन में शामिल क्या कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच तलवारें खींच गई हैं? आख़िर अखिलेश ने क्यों चेताया कि जैसा व्यवहार सपा के लोगों के साथ होगा वैसा ही उनके साथ भी होगा?
चुनावी राज्य एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनावी पारा बढ़ने लगा है। सोमवार 25 सितंबर को इन राज्यों में पीएम मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपनी-अपनी पार्टी की डफली बजाने आ रहे हैं। हालांकि हरियाणा में ही थोड़ी गरमी है, जहां देवीलाल खानदान दो गुटों में बंटकर एक दूसरे को ललकार रहा है।
एक देश एक चुनाव पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मोदी सरकार को चुनौती दी है कि लोकसभा के साथ यूपी विधानसभा का चुनाव करा कर देखें, सबकी क्ष्मता सामने आ जाएगी. आज की जनादेश चर्चा.
लखनऊ में सोमवार 21 अगस्त को सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता उछाला गया लेकिन उन्हें लगा नहीं। आरोपी ओबीसी समुदाय से है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।