एनसीपी में बगावत के बाद महाराष्ट्र में आए सियासी तूफान के असर से क्या कोई भी राजनीतिक पार्टी नहीं बच पाई? क्या बीजेपी और शिंदे खेमा भी नहीं? जानिए, देर रात तक बैठक क्यों चली।
शिंदे सेना और बीजेपी की सरकार में एनसीपी के शामिल होने के बाद से शिंदे खेमे में नाराज़गी क्या अब और बढ़ेगी? जानें आख़िर एनसीपी ने बीजेपी के साथ सीटों को लेकर क्या समझौता किया है।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । NCP संकटः शरद पवार मीटिंग के लिए दिल्ली पहुंचे, पोस्टरों की भरमार । महाराष्ट्र: सियासी लड़ाई पोस्टरों तक आई, कटप्पा-बाहुबली का ज़िक्र
शरद पवार की राजनीति क्या ख़त्म हो जायेगी ? क्या चुनाव आयोग उनसे चुनाव चिह्न छीन लेगा ? क्या ठाकरे की तरह वो भी अनाथ हो जायेंगे ? और शिंदे, अजित और बीजेपी क्या अब सारी सीटें जीत लेंगे? आशुतोष के साथ चर्चा संजय कुमार, राकेश सिन्हा और वाहिद अली खान ।
एक दिन पहले बैठक में शक्ति प्रदर्शन करने वाले बागी भतीजे अजित पवार के आरोपों पर शरद पवार ने आज चुपी तोड़ी है। जानिए उन्होंने अपने भतीजे के आरोपों का क्या जवाब दिया।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कल बुधवार शाम को बैठक बुलाई और उसी दौरान उनके इस्तीफे की खबर भी फैली। बाद में मीडिया को शिंदे गुट और भाजपा की ओर से यही बताया गया कि सब अफवाह है। शिंदे गुट अब कह रहा है कि हमने अन्य मुद्दों पर बात करने के लिए बैठक की थी। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाएं अब अचानक हो रही हैं।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । शिंदे गुट बेचैन, विधायक बोले- तो फिर सत्ता में रहने का क्या मतलब । शिंदे गुट में अशांति, सीएम एकनाथ शिंदे ने आज बुलाई पार्टी बैठक
क्या शिंदे और उनके विधायकों की बेचैनी मोदी-शाह का खेल बिगाड़ेगी? क्या अजीत पवार के दबदबे से नाराज़ होकर वे वापस शिवसेना का रुख़ करेंगे? विधानसभाध्यक्ष ने अगर शिंदे और उनके सोलह विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी तो क्या होगा? क्या नंबर गेम में अजित पवार शरद पवार को पटखनी दे पाएंगे? या फिर उनकी स्थिति भी शिंदे जैसी नहीं हो सकती है? अगर ये सरकार अस्थिर बनी रही तो मोदी की चुनावी योजना का क्या होगा?
मोदी ने महाराष्ट्र में एनसीपी में विभाजन तो करा दिया अजित पवार के जरिए. पर क्या जनता में भी विभाजन हो पाएगा? क्या चौबीस में अजित पवार मोदी की मदद कर पाएंगे? और शिंदे का क्या होगा? आज की जनादेश चर्चा.
अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार के ख़िलाफ़ ताक़त का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने शरद पवार पर चुन-चुन कर हमले किए। क्या इन्हीं वजहों से उन्होंने बगावत की?
महाराष्ट्र में एनसीपी के खेला का अंत अभी हुआ नहीं है। अजित पवार शक्ति प्रदर्शन में भारी पड़े लेकिन वांछित 36 विधायक नहीं जुटा सके। अब यह मामला चुनाव आयोग और विधानसभा स्पीकर के पास पहुंच गया है और वहीं तय होगा कि असली एनसीपी किसके पास है। इससे पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना भी ऐसे ही टूटी थी। अब एकनाथ शिंदे का शिवसेना पर कब्जा है। जबकि उद्धव को नए नाम से काम चलाना पड़ रहा है।