अफ़ग़ानिस्तान के समाचार चैनल टोलो न्यू़ज का कहना है कि राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी देश छोड़ कर भाग गए हैं और तालिबान के लड़ाके राजधानी काबुल में दाखिल हो चुके हैं।
तालिबान के प्रवक्ता ने कहा है कि लड़ाकों ने अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल को चारो ओर से घेर लिया है, शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण के लिए बातचीत कर रहे हैं।
तालिबान ने जलालाबाद और मज़ार-ए-शरीफ़ पर बग़ैर लड़ाई लड़े ही क़ब्ज़ा कर लिया, सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया या भाग गए। लड़ाके अब काबुल के नज़दीक पहुँच चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के महासचिव अंतोनियो गुटरेश ने कहा है कि शुरुआती संकेत मिलने लगे हैं कि अपने नियंत्रण वाले इलाक़ों में तालिबान मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और महिलाओं को निशाना बना रहा है।
अमेरिकी ख़फ़िया अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि तालिबान 90 दिनों के अंदर अफ़ग़ानिस्तान सरकार पर क़ब्ज़ा कर लेगा। इस बीच देश के नौवें प्रांत ग़ज़नी पर तालिबान ने नियंत्रण कर लिया है।
तालिबान ने छह दिनों के अंदर अफ़ग़ानिस्तान के आठ प्रांतों पर क़ब्ज़ा कर लिया है। ताजिकिस्तान से सटे इलाक़े बदक्शान की राजधानी फ़ैजाबाद पर उसके लड़ाकों ने बुधवार की सुबह नियंत्रण कर लिया।
अफ़ग़ानिस्तान के बाल्ख़ प्रांत की राजधानी मज़ार-ए-शरीफ़ के वाणिज्य दूतावास को भारत ने बंद कर दिया है और वहाँ से भारतीयों को निकालने के लिए एक विशेष विमान मंगलवार को भेजा है।
तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान के छह प्रांतों पर क़ब्ज़ा कर लिया है, हज़ारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और हज़ारों सड़कों पर चल रहे हैं। मानवीय संकट खड़ा हो गया है, जिसके बढने की आशंका जताई जा रही है।
अफ़ग़ानिस्तान के तीन प्रांतों की राजधानियों में तालिबान के लड़ाके दाखिल हो चुके हैं, लश्कर गाह में सडकों पर लाशें हैं और काबुल में रक्षा मंत्री के घर पर आत्मघाती हमला हुआ है।