तालिबान ने कहा है कि जल्द ही एक समावेशी अंतरिम सरकार का गठन कर लिया जाएगा, इस सरकार के उद्घाटन के मौके पर चीन, पाकिस्तान, रूस, तुर्की, ईरान व क़तर को निमंत्रण दिया गया है।
तालिबान के सिराजुद्दीन हक्क़ानी गुट ने मुल्ला बरादर और हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा को नेता मानने से इनकार कर दिया है। इस पर मारपीट तक की नौबत आ गई और बीचबचाव के लिए आईएसआई प्रमुख को जाना पड़ा।
अफ़ग़ानिस्तान के विरोधी धड़े नेशनल रेजिस्टेन्स फ़ोर्स ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान ने दावा किया है कि पंजशीर घाटी में 600 से ज़्यादा तालिबान लड़ाके मारे गए हैं और एक हज़ार से ज़्यादा पकड़े गए हैं या आत्मसमर्पण कर दिया है।
23 जुलाई को जो बाइडन और अशरफ़ ग़नी के बीच टेलीफ़ोन पर बातचीत हुई, जिसमें अफ़ग़ान राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान हज़ारों अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों को अफ़ग़ानिस्तान भेज रहा है।
अफ़ग़ानिस्तान में इसलामिक स्टेट खुरासान के 25 आतंकवादियों की तलाश तालिबान प्रशासन कर रहा है औेर भारतीय सुरक्षा एजेन्सियां भी उन्हें तलाश रही हैं। क्या है मामला और कौन हैं ये लोग?
एक दिलचस्प घटनाक्रम में रूस और चीन ने उस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव से दूरी बना ली, जिसमें अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान का नियंत्रण मान लिया गया है। क्या है मामला?
क़तर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने मंगलवार को तालिबान के प्रतिनिधि शेर मुहम्मद अब्बास स्तेनकज़ई से मुलाक़ात की और कहा कि अफ़ग़ानिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ नहीं होना चाहिए।
अमेरिका के 68 सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडन से पूछा है कि वे बताएं कि उनके पास इस बात की क्या योजना है तालिबान पाकिस्तान को अस्थिर कर उससे परमाणु हथियार न हासिल कर ले।