अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अब आधिकारिक तौर पर सत्ता में तालिबान ही है। चीन, रूस जैसे देशों के अलावा पश्चिमी देश भी तालिबान को कट्टर इसलामिक पद्धति मानकर आगे बढ़ रहे हैं। भारत को क्या रुख अपनाना चाहिए?
अमेरिकी सेना की अफ़ग़ानिस्तान से वापसी से पहले अमेरिका द्वारा इसलामिक स्टेट खुरासान को निशाना बनाकर रविवार को किए गए ड्रोन हमले में आम अफ़ग़ान नागरिकों के मारे जाने की ख़बर है। दावा किया गया है कि एक परिवार के 10 लोग मारे गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान से उसके आख़िरी सैनिक भी लौट गए हैं और उसका 20 साल पहले उस देश में शुरू हुआ अभियान अब ख़त्म हो गया है।
कतर में तालिबान नेतृत्व के एक सदस्य ने कहा है कि वह भारत अफ़ग़ानिस्तान संबंध बरकरार रखना चाहता है। उसने कहा कि भारत 'इस उपमहाद्वीप के लिए बेहद महत्वपूर्ण' है।
हज़ारों अफ़ग़ानिस्तानी अपना देश छोड़ कर कहीं और पनाह लेना चाहते हैं। अभी जब अफ़ग़ानिस्तान के लोग त्राहिमाम करते हुए पूरी दुनिया से शरण मांग रहे हैं तो उसकी प्रतिक्रिया क्या है?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ही आशंका जताई है कि काबुल एयरपोर्ट पर और भी धमाकों की आशंका है। आतंकवादी हमलों और इसकी आशंकाओं ने अफ़ग़ानिस्तान से लोगों को निकालने की प्रक्रिया में अड़चनें पैदा की हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमले के लिए दोषियों से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बदला लेने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि वह दोषियों को ढूंढ निकलाएंगे और सबक़ सिखाएँगे। इस हमले में 13 अमेरिकी मारे गए हैं।
तालिबानी लड़ाके अफ़ग़ानिस्तान की पंजशिर घाटी के पास पहुँच गए हैं और इसने ने दावा किया है कि उसने पंजशिर के आसपास के तीन ज़िलों पर फिर से कब्जा कर लिया है।
अफ़ग़ानिस्तान से निकलने के लिए तय समय सीमा 31 अगस्त के बाद भी अमेरिकी सेना के रुकने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के संकेत पर तालिबान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उसने कहा है कि देरी होती है तो इसके नतीजे भुगतने होंगे।
तालिबान ने कहा है कि इसके सैकड़ों लड़ाके पंजशिर घाटी की ओर बढ़े हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए गए हैं जिसमें दावा किया गया है कि तालिबान के लड़ाके सैकड़ों वाहनों में पंजशिर की ओर बढ़ रहे हैं।
तालिबान के पहले बयानों में जनतंत्र को ठुकरा दिया गया है। हम जो न तो राज्य हैं, न विशेषज्ञ, हम तालिबान को जनतांत्रिक, मानव अधिकार के उसूलों की कसौटी पर ही परखेंगे।
महबूबा मुफ्ती ने अफ़ग़ानिस्तान के हालात और जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 को लेकर दिए बयान को लेकर विवादों में फँस गई हैं। उनके इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है।
भारतीय वायु सेना का एक विशेष विमान काबुल से 107 भारतीयों सहित 168 यात्रियों को लेकर दिल्ली के पास हिंडन हवाई अड्डे पर उतरा। इसके अलावा, तीन अन्य उड़ानें आज देश में आईं।
तालिबान का खौफ कैसा है यह अफ़ग़ानिस्तान के काबुल हवाई अड्डे पर दिखता है। माँ-बाप ही ऊँची दीवार और उस पर लगे कंटीले तारों के ऊपर से अपने बेटे-बेटियों को दूसरी ओर फेंक रहे हैं ताकि वे बच जाएँ!