एक बड़े घटनाक्रम में हिमाचल प्रदेश के आबकारी और कराधान विभाग ने अडानी विल्मर पर कथित तौर पर छापा मारा है। जानिए कांग्रेस शासित राज्य ने आख़िर यह कार्रवाई क्यों की।
पीएम मोदी आज गुरुवार को राज्यसभा में 2 बजे संबोधित करने वाले हैं। कहा जा रहा है कि पीएम आज राहुल के सवालों का जवाब दे सकते हैं। इस बीच अडानी और पीएम मोदी से जुड़ी राहुल की 18 टिप्पणियों को लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया है।
अडानी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुभते सवालों का पीएम मोदी ने जिस तरह जवाब दिया है, वो देश ने देखा, सुना और समझा। आखिर प्रधानमंत्री ने ऐसा क्यों किया, बता रहे हैं पंकज श्रीवास्तव...
कांग्रेस-बीजेपी के बीच अब अडानी के बजाय राहुल गांधी पर जंग छिड़ गई है। संसदीय कार्यवाही से राहुल के आरोपों को हटाने पर कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया। दूसरी तरफ बीजेपी सांसद राहुल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दे रहे हैं। क्या कहते हैं संसदीय नियम, जानिएः
संसद में राहुल गांधी ने अडानी समूह को देश के बड़े-बड़े एयरपोर्ट सौंपने को लेकर बड़े-बड़े आरोप लगाए। उनके आरोप के कुछ आधार भी हैं या फिर हवा-हवाई बातें ही हैं?
अडानी मुद्दा गरम है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। राहुल ने आरोपों के दौरान अडानी के श्रीलंका प्रोजेक्ट का जिक्र किया था। आखिर क्या था वो प्रोजेक्ट, राहुल कितना सच बोले, जानिएः
पिछले कुछ दिनों से अडानी के जिन शेयरों में तेजी से गिरावट की वजह से निचला सर्किट लग रहा था उनमें आज ऐसा क्या हो गया कि तेजी की वजह से ऊपरी सर्किट लगने लगा?
संसद में चौथे दिन भी हंगामा हुआ। सरकार ने कल सोमवार को विपक्षी नेताओं से कई बैठकें और संसद चलाने का अनुरोध किया। दोपहर बाद ही सदन में ठीक से चर्चा का माहौल बना। उसे पहले सदन दो बार स्थगित हुआ।
अडानी समूह ने खुद को क्लीन चिट देने के लिए पूरा ज़ोर लगा लिया है। लेकिन शेयरों में गिरावट जारी है। उधर बाबा रामदेव की पतंजलि में भी गिरावट शुरू हो गई है। आखिर ये क्या संकेत देते हैं?
अडानी कांड पर भारी हंगामे और दस लाख करोड़ से ज्यादा स्वाहा होने के बाद भी सेबी कहां है? सूत्रों से खबर आई है कि सेबी विदेशी निवेशकों की शिनाख्त कर रहा है। लेकिन ऐसा कैसे हो पाएगा? इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट राजीव रंजन सिंह के साथ आलोक जोशी
अडानी समूह का टेंडर रद्द करने के बाद अब डिस्कॉम नए सिरे से टेडंर प्रक्रिया का शुरु करने पर विचार कर रहा है। सूत्रों के हवाले से माना जा रहा है कि दूसरे पावर डिस्कॉम भी एमवीवीएनएल की राह पर चल सकती हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों के भाव गिरने का जो सिलसिला पिछले हफ़्ते शुरू हुआ था वह सोमवार को भी जारी रहा। कुछ कंपनियाँ संभली भी हैं। जानिए किस कंपनी की क्या है स्थिति।
अडानी समूह विवाद के मामले में अब क्या ख़बर की जगह बयान परोसे जा रहे हैं? जानिए, एसबीआई ने जो अडानी समूह को 27,000 करोड़ रुपये दिए हैं उसको लेकर क्यों सवाल उठ रहे हैं।