दिल्ली के मेयर का चुनाव भले छोटा चुनाव हो पर भाजपा के लिए साल की शुरुआत ठीक नहीं रही. ईडी, आईटी, सीबीआई और पैसे के गठजोड़ को केजरीवाल ने इस चुनाव में ध्वस्त कर दिया है. इससे विपक्ष को भी ताकत मिली है. आज की जनादेश चर्चा.
आम आदमी पार्टी और बीजेपी के आपसी झगड़े में दिल्ली मेयर का चुनाव पहले ही तीन बार टाला जा चुका है। झगड़े की वजह वहां मनोनित सदस्यों के वोट करने को लेकर थी।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बहुत साफ शब्दों में कहा है कि दिल्ली मेयर के चुनाव में मनोनीत पार्षदों को वोटिंग का अधिकार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के इस नजरिए से दिल्ली के उपराज्यपाल के मंसूबों पर पानी फिर सकता है।
दिल्ली शराब घोटाले में गिरफ्तारियां फिर से शुरू हो गई हैं। इस बार इस नीति से जुड़े साउथ कनेक्शन को लेकर गिरफ्तारियां हो रही हैं। शनिवार को इस हफ्ते की तीसरी गिरफ्तारी हुई, जिसमें ईडी ने वाईएसआर कांग्रेस के सांसद के बेटे को गिरफ्तार किया है।
आम आदमी पार्टी की मेयर पद की उम्मीदवार शैली ओबरॉय ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने दिल्ली सरकार और एमसीडी कमिश्नर को नोटिस जारी कर सोमवार तक जवाब मांगा है।
दिल्ली सरकार द्वारा टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजे जाने के मामले में उप राज्यपाल ने क्या सवाल उठाया है? दिल्ली सरकार ने इस मामले में बीजेपी को निशाने पर क्यों लिया है?
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सूचना मांगी है कि आखिर यह कौन से विज्ञापन हैं जिनके लिए वसूली नोटिस दिया गया है और इनमें गैर कानूनी क्या है।
वसूली नोटिस में कहा गया है कि अगर आम आदमी पार्टी के संयोजक 10 दिनों के भीतर इस राशि का भुगतान नहीं करते हैं तो दिल्ली के उपराज्यपाल के द्वारा दिए गए पुराने आदेश के मुताबिक पार्टी की संपत्तियों की कुर्की सहित सभी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लड़की को कार से कई किलोमीटर तक घसीटने के कंझावला मामले ने अब काफ़ी ज़्यादा तूल पकड़ लिया है। जानिए, आख़िर क्यों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जाँच के आदेश देने पड़े।
सबसे ज़्यादा चंदा पाने के मामले में बीजेपी तो पिछले कई साल से शीर्ष पर है, लेकिन क्या आपको पता है कि कांग्रेस कैसी स्थिति में है? जानिए, एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार किसे कितना चंदा मिला।