एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अब पीएम की डिग्री पर सवाल किए जाने को गैर जरूरी मुद्दा बताया है। हाल ही में अडानी मुद्दे पर उन्होंने कुछ ऐसा ही रुख अपनाया था। रंग बदलते पवार विपक्षी एकता के लिए खतरनाक होते जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री को लेकर जानकारी मांगने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से झटका लगने के बाद भी आम आदमी पार्टी ने 'अपनी डिग्री दिखाओ' अभियान क्यों शुरू किया?
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री पर फिर सवाल पूछा। केजरीवाल ने कहा कि गुजरात हाईकोर्ट के आदेश के बाद तो शक और बढ़ गया है।
'मोदी हटाओ, देश बचाओ' वाले जिन पोस्टरों के लिए दिल्ली में क़रीब 100 एफ़आईआर दर्ज की गई थी अब वैसे ही पोस्टरों के मामले में गुजरात में गिरफ़्तारी हुई है। जानिए, उन पर क्या आरोप लगाए गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया। उनका नाम लेकर। ऐसा हमला उन्होंने शायद ही पहले किया हो। देश को लूटने तक का आरोप लगा दिया। जानिए और क्या क्या कहा।
दिल्ली में पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाने पर बड़े पैमाने पर एफआईआर दर्ज की गई है और 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दो साल पहले भी मोदी विरोधी पोस्टर दिल्ली में नजर आए थे। आखिर कौन है इसके पीछे, जानिएः
जेल में बंद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सीबीआई ने अब उनके खिलाफ जासूसी वाले मामले में केस दर्ज किया है। सिसोदिया इस समय दिल्ली के शराब घोटाले में जांच का सामना कर रहे हैं और जेल में हैं।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी सही या गलत है, इसका फैसला बहुत देर से आएगा। लेकिन जिस तरह और जिस अंदाज में यह पूरा मामला सामने आया है, उससे भारतीय लोकतंत्र के सहज होने के संकेत नहीं हैं। सिर्फ विपक्ष को भ्रष्ट साबित कर या घोषित कर अपने गिरेबान में न झांकने का यह तानाशाही अंदाज बहुत गंभीर खतरे की तरफ इशारा है।
कांग्रेस पार्टी आखिर किस दुविधा का शिकार है। संवैधानिक संस्थाओं को बचाने की मुहिम को लेकर उसकी सोच और एक्शन में विरोधाभास क्यों है। जिन तमाम महान संसदीय परंपराओं को उसने बनाया है, उसे बचाना उसकी ही जिम्मेदारी है। जानिए लेखक-पत्रकार अपूर्वानंद और क्या कहना चाहते हैंः
आम आदमी पार्टी चारों तरफ से आरोपों में घिर गई है। उसके दो महत्वपूर्ण नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल में हैं। ऐसे में करप्शन के खिलाफ जिस पार्टी को जनता सत्ता के केंद्र में लाई थी, उसके साथ जनता का कैसा सलूक होना चाहिए। पढ़िए, जाने-माने पत्रकार श्रवण गर्ग बता रहे हैं कि वो आप के साथ क्यों नहीं जुड़ेः
सीबीआई की विशेष अदालत एमके नागपाल की कोर्ट में मनीष सिसोदिया की तरफ से वरिष्ठ वकील दयनकृष्णन और सिद्धार्थ अग्रवाल कोर्ट में पेश हुए। सीबीआई ने सिसोदिया की फिर से 3 दिन की रिमांड मांगी
मध्य प्रदेश में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कुल 230 सीटों में से कांग्रेस 114 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी और भाजपा को 109 सीटें मिली थीं।