पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा चुनाव हारने के बाद से ही धामी के अलावा सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, अनिल बलूनी, अजय भट्ट और रमेश पोखरियाल निशंक के नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में रहे हैं।
पंजाब में कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण पार्टी के बड़े नेताओं के बीच गुटबाजी को ही माना जा रहा है लेकिन इस करारी हार के बाद नेता शायद मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
डी कंपनी को लेकर देवेंद्र फडणवीस द्वारा लगातार किए जा रहे खुलासों से महाराष्ट्र सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में इसे लेकर महाराष्ट्र में सियासी माहौल गर्म है।
बीजेपी इस निष्कर्ष पर पहुंच चुकी है कि दिल्ली में केजरीवाल को घेरने के लिए किसी बड़े चेहरे को सामने करना होगा और इसके लिए दिल्ली की राजनीति को बेहतर ढंग से समझने वालीं स्मृति ईरानी से अच्छा दूसरा चेहरा और कोई नहीं हो सकता।
इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और पुलिस अलर्ट पर है। दरगाह पर फिर से पुताई की गई है और इसकी मरम्मत भी कराई गई है। लेकिन सवाल यह है कि सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की कोशिश क्यों की जा रही है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि भोपाल के अलग-अलग क्षेत्रों में रहकर ये लोग आतंकी गतिविधियों के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे और आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।