ओमप्रकाश राजभर ने 2017 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था और वह 2 साल तक योगी सरकार में मंत्री रहे थे। अगर राजभर एनडीए में लौटते हैं तो यह सपा गठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा।
पीली पगड़ी में भगत सिंह की तसवीर को लेकर आखिर विवाद क्यों हो रहा है। भगवंत मान भी अधिकतर पीली पगड़ी में ही दिखाई देते हैं और अपने चुनावी भाषणों में इंकलाब जिंदाबाद का नारा बुलंद करते रहे हैं।
मंत्री बनने वाले 10 विधायकों में से चार दलित समुदाय से हैं। मालवा क्षेत्र से 5, माझा से 4 और दोआबा क्षेत्र के 1 विधायक को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
यूपी में अब एमएलसी चुनाव होने वाले हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 14 यादवों को मैदान में उतार दिया है, जबकि मात्र दो मुसलमानों को टिकट दिया है। सपा पर पहले भी यादव पार्टी होने का आरोप लगा था लेकिन तब अखिलेश ने इसे नई सपा बताया था।
पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा चुनाव हारने के बाद से ही धामी के अलावा सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, अनिल बलूनी, अजय भट्ट और रमेश पोखरियाल निशंक के नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में रहे हैं।