उडुपी और शिवामोगा के मंदिरों में होने वाले त्योहारों में वीएचपी, हिंदू जागरण वेदिके, बजरंग दल और श्री राम सेना ने मुसलिम दुकानदारों को दुकान न लगाने की देने की मांग की थी।
मायावती अब अपने पुराने सिपहसालार गुड्डू जमाली के जरिए आजमगढ़ में अखिलेश यादव को चुनौती दे रही हैं। अगर इस सीट पर बीएसपी जीत जाती है तो यह उसके लिए संजीवनी साबित हो सकती है।
केजरीवाल सरकार डोर स्टेप राशन डिलीवरी योजना शुरू करना चाहती थी लेकिन उप राज्यपाल और केंद्र सरकार से लंबी तनातनी के बाद भी यह योजना लागू नहीं हो सकी थी।
बाबर के परिजनों का कहना है कि उनके पड़ोसी बाबर से इसलिए नाराज रहते थे क्योंकि वह बीजेपी का प्रचार करता था। पड़ोसियों ने ही उसे मार डाला। जानिए, पुलिस ने क्या कहा।
मुकेश सहनी ने उत्तर प्रदेश के हालिया चुनाव में बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवारों को उतारा था और यह माना जा रहा था कि उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि किसी को साढ़े तीन लाख तो किसी को साढ़े चार लाख और किसी को सवा पांच लाख रुपए पेंशन मिल रही है। इससे राज्य पर करोड़ों रुपए का वित्तीय बोझ पड़ रहा है।
2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश ने करहल की सीट से जीत हासिल की थी। इस सीट पर उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल को 60 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से मात दी थी।
मुफ्त राशन योजना के तहत लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के द्वारा हर महीने राशन दिया जाता है। कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने सबसे पहले इस योजना को शुरू किया था।
योगी सरकार में कई ऐसे नेताओं को मंत्री बनाया गया है जो ना तो विधान परिषद के सदस्य हैं और ना ही विधानसभा के। ऐसे में इन्हें विधानसभा में भेजने के लिए पार्टी क्या कुछ विधायकों का इस्तीफा लेगी?