पंजाब पुलिस के दिल्ली और गाजियाबाद में आम आदमी पार्टी के पूर्व नेताओं के घर पहुंचने की सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा है और केजरीवाल पर बदले की राजनीति करने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
फोन टैपिंग के मामले में महाराष्ट्र में पहले काफी बवाल हो चुका है। महाविकास आघाडी सरकार में शामिल दलों के नेताओं ने बीजेपी के इशारे पर उनके फोन टैप करने का आरोप लगाया था।
पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। क्या केजरीवाल पंजाब सरकार के जरिए किसी तरह का बदला कुमार विश्वास से ले रहे हैं?
जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में असदुद्दीन ओवैसी ने केजरीवाल को कटघरे में खड़ा कर दिया है। क्या केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ओवैसी के आरोपों का जवाब देंगे?
कांग्रेस आलाकमान यह संदेश देना चाहता है कि वह अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगा लेकिन पार्टी को मिल रही करारी हार और नेताओं के छोड़कर जाने से निश्चित रूप से पार्टी कमजोर भी हो रही है।
खरगोन में हुए सांप्रदायिक दंगों की मार वसीम अहमद शेख पर भी पड़ी है। प्रशासन ने बिना कोई नोटिस दिए उनकी गुमटी को उजाड़ दिया। उनके सामने आजीविका चलाने की बड़ी मुश्किल खड़ी हो गयी है।
जहांगीरपुरी में हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस सुबूतों को इकट्ठा कर रही है और हिंसा में शामिल अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।