लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर दिल्ली की केजरीवाल सरकार नई आबकारी नीति को लेकर बैकफुट पर क्यों आ गई। अगर उसने कोई गड़बड़ी नहीं की थी तो उसे पुरानी आबकारी नीति पर टिके रहना चाहिए था।
क्या मंत्रियों की नाराजगी की बात केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचने के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को ऐसा कोई निर्देश ‘ऊपर’ से मिला कि वह इस मामले को अपने स्तर से देखें?
फाज़िल की हत्या क्यों हुई है इसका पता अभी नहीं चल पाया है। बड़ा सवाल यह है कि कर्नाटक में लगातार इस तरह की हत्याओं को राज्य सरकार क्यों नहीं रोक पा रही है?
एकनाथ शिंदे और बीजेपी ने मिलकर महाराष्ट्र में सरकार तो बना ली है लेकिन कैबिनेट का विस्तार सहित कई अहम मसले हैं जिनसे पार पाना दोनों के लिए आसान नहीं है।