बीजेपी शासित राज्य उत्तराखंड में जब पेपर लीक घोटाले को लेकर हंगामा मचा हुआ है तो केंद्रीय जांच एजेंसियां चुप क्यों हैं। एजेंसियों को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
जेडीयू नेताओं के बयानों से साफ दिखता है कि वह नीतीश कुमार को 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते हैं। क्या विपक्षी दल इसके लिए राजी होंगे?
देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में यह एफआईआर दर्ज की गई है। निशिकांत दुबे मनोज तिवारी, दिल्ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा और कुछ अन्य लोगों के साथ झारखंड के दुमका में हुए अंकिता हत्याकांड के बाद अंकिता के परिजनों से मिलने पहुंचे थे।
अल्मोड़ा जिले में हुई इस घटना में युवती के सौतेले पिता, भाई और मां को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।