मध्य प्रदेश का सट्टा बाजार कांग्रेस को 116 से ज़्यादा सीटें दे रहा है जबकि सत्ताधारी बीजेपी को 102 या उससे ज्यादा। एमपी में 230 सीटों पर 28 नवंबर को मतदान होगा।
चुनाव में अपने प्रदर्शन पर कांग्रेस संतोष कर सकती है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वह अगर थोड़ा मेहनत और करे तो बीजेपी से अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर बनाने पर बहस चल रही है। मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी इस मुद्दे को हाथ से नहीं जाने देना चाहतीं।
भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद की वार्षिक समीक्षा रिपोर्ट में कई गंभीर बिंदुओं को उठाया गया है। इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाला समय बेहद मुश्किलों भरा होगा।
महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित इस आर्मी डिपो में दो साल पहले भी ऐसा ही धमाका हो चुका है। बताया जा रहा है कि यह धमाका पुराने विस्फोटक को नष्ट करने के दौरान हुआ है।
मुंबई में ऐसे तीन मामले हुए हैं जिनमें धोखेबाजों ने गूगल मैप्स पर बैंक अॉफ़ इंडिया के नंबर एडिट करके कस्टमर्स से जानकारी ली और फिर खातों से रुपये निकाल लिए।
मोदी ने बीफ़ पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस से सवाल कर उसे कटघरे में खड़ा करने की कोेशिश की, पर इस पर ख़ुद उनकी पार्टी का गोवा और पूर्वोत्तर में क्या स्टैंड है?
विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान मोदी ने कांग्रेस से जवाब माँगा है। पहले उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए कि उनकी पार्टी ने कितने दलितों को अध्यक्ष बनाया है।
रेप वाले बयान पर मनोहरलाल खट्टर ने सफ़ाई दी है। उन्होंने कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। तो क्या सच में उनकी बात का बतंगड़ बना दिया गया है?
मिज़ोरम के ब्रू समुदाय के लोग इस विधानसभा चुनाव में 21 साल में पहली बार वोट डालेंगे। ब्रू समुदाय के लोगों को जातीय हिंसा के बाद राज्य से भागना पड़ा था।
फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट्स से एडमिशन लेने के मामले में चुनाव के बाद से ही अंकिव बैसोया शक के घेरे में थे। अब सवाल यह है कि एबीवीपी ने दो महीने बाद कार्रवाई क्यों की।
नई पार्टी के ऐलान के बाद सवाल यह है कि क्या राजा भैया सवर्ण मतदाताओं के वोट हासिल करने में कामयाब रहेंगे। अगर ऐसा हुआ तो वह अन्य दलों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं।