यह साफ है कि अब अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए हैं। ऐसे में क्या मुकाबला शशि थरूर और दिग्विजय सिंह के बीच ही होगा या फिर कुछ और नेता नामांकन दाखिल करेंगे।
भगवंत मान सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखा है। इस पर 3 अक्टूबर को वोटिंग होगी। सरकार को विश्वास प्रस्ताव लाने की जरूरत क्यों पड़ी।
आखिर, इस बात का पता कैसे चलेगा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले के मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर देर रात को ही बुलडोजर चलाए जाने का आदेश किसने दिया।
रियाज भाटी एक बड़ा गैंगस्टर है, जिसका दाऊद इब्राहिम गिरोह से सीधा संबंध माना जाता है। रियाज़ भाटी के ऊपर मुंबई के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में रंगदारी, जमीन हड़पने, धोखाधड़ी, जालसाजी और फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं।
गहलोत समर्थक विधायकों की बगावत के बाद कांग्रेस नेतृत्व अशोक गहलोत से इस बात की उम्मीद नहीं कर सकता कि वह राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को जिम्मेदारी से निभाएंगे।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान अशोक गहलोत की जगह पर सचिन पायलट को राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपना चाहता है लेकिन गहलोत के समर्थक विधायक इसके लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है।