अघोषित बिजली कटौती को लेकर बिजली महकमे के कर्मचारियों को बार-बार चेताने के बावजूद बिजली की आँख मिचौली ना थमने से बेहद नाराज़ कमलनाथ सरकार अब एक्शन में आ गई है।
महाराष्ट्र में 1972 के सूखे से भी इस साल का सूखा गंभीर है क्योंकि लगातार पिछले तीन सालों से बारिश कम हो रही है और नतीजन इस साल संकट ज़्यादा बढ़ गया है। इसके लिए कौन है ज़िम्मेदार?
कांग्रेस द्वारा दिग्विजय सिंह को और बीजेपी की ओर से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को प्रत्याशी घोषित किये जाने से भोपाल की जंग और ज़्यादा दिलचस्प हो गई है।
कर्नाटक की तीन लोकसभा सीटों- तुमकुर, मांडया और हासन के नतीजे तय करेंगे कि कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन रहेगा या नहीं और कुमारस्वामी सरकार टिकेगी या नहीं। आख़िर क्या है पूरा मामला?
भारतीय जनता पार्टी ने भोपाल से दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा है। वही प्रज्ञा सिंह, जो आतंकवाद के कई मामलों में अभियुक्त रह चुकी हैं, फ़िलहाल ज़मानत पर हैं।
दिल्ली में गठबंधन की बातचीत टूटने के बाद अरविंद केजरीवाल को इसके लिए ज़िम्मेदार ठहराने से जुड़ा राहुल गाँधी के बयान और उस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री का पलटवार आख़ि क्या साबित करता है?
कांग्रेस मुसलिम वोटों के सहारे ‘आप’ से अपनी सियासी ज़मीन छीनने की कोशिश कर रही है। रणनीति के तहत कांग्रेस उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर मुसलिम प्रत्याशी उतार सकती है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लोकसभा चुनाव तो हो गए, पर आधार कार्ड की जानकारियाँ लीक होने से हड़कंप मचा हुआ है। क्या वोटरों को प्रभावित करने के लिए डाटा की चोरी की गयी?
यूपी में बीजेपी के सहयोगी रहे ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने अपनी राहें अलग कर ली हैं। बीते काफ़ी समय से राजभर अपने बयानों से बीजेपी को असहज करते रहे हैं।
ऐसा लगता है कि नेताओं में एक-दूसरे को गालियाँ देने, जाति, धर्म के नाम पर वोट माँगने की होड़ लगी हुई है। हैरानी की बात यह है कि ये नेता चुनाव आयोग से भी नहीं डर रहे हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर पी. सी. बनर्जी छात्रावास में हुई गोलीबारी में छात्र रोहित शुक्ला उर्फ़ बेटू की हत्या हो गई है। लगता है विश्वविद्यालय राजनीति में एक बार फिर खूंरेजी शुरू हो गई है।