अपने क़िले गोरखपुर को बचाने के लिए योगी आदित्यनाथ ने सब कुछ दाँव पर लगा दिया है। सोमवार से चुनाव तक योगी हर रात गोरक्षनाथ मठ में गुजारेंगे। अगले पाँच दिन में 19 जनसभाएँ, कार्यकर्ताओं की एक दर्जन बैठकें लेंगे।
दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाना एक राजनीतिक सवाल बन चुका है। सवाल यह है कि क्या 7 सांसद यह काम करवा लेंगे? इससे बड़ा सवाल यह है कि क्या ज़रूरी भी है?
छह बार हिमाचल प्रदेश के सीएम रहे वीरभद्र सिंह इन दिनों चुनाव प्रचार में अपनी ही पार्टी के नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं जिससे पार्टी में बेचैनी का माहौल है।
प्रधानमंत्री की रैली में ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चुप रहने को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आये भी नहीं हैं, लेकिन महाराष्ट्र में अगले संघर्ष यानी विधानसभा चुनाव की बिसात बिछले लगी है। तो क्या सूखे का मुद्दा अब ज़ोर शोर से उठेगा?
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल इस बार फ़िरोज़पुर में अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं। इस चुनाव में उनकी जीत के साथ ही उनका राजनीतिक भविष्य तय हो जायेगा।
तेलंगाना में खराब नतीजे की वजह से हफ़्ते भर में 22 छात्रों की खुदकुशी ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। सवाल है, वहाँ फल-फूल रही कॉरपोरेट शिक्षा व्यवस्था को कैसे बदला जाए।