मोदी सरकार 1.0 में सबसे ज़्यादा किसी मंत्रालय के काम को सराहा गया था तो वह था नितिन गडकरी का जहाजरानी और भू-तल परिवहन मंत्रालय। लेकिन वही नितिन गडकरी महाराष्ट्र चुनाव में कहीं दिख क्यों नहीं रहे हैं?
पश्चिम बंगाल में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या पर ध्रुवीकरण की राजनीति तेज हो गई है। सत्तारूढ़ दल और विपक्ष दोनों ही इसका सियासी फ़ायदा उठाने की जुगत में हैं।
क्या कभी ऐसा हो सकता है कि नेता तो कांग्रेस का हो और बीजेपी स्वागत के पोस्टर लगवाए? कमलनाथ सरकार पर लगातार निशाना साधते रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के मामले में ऐसा ही दिखा है।
वर्धा के महात्मा गाँधी अंतराराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के छह छात्रों को विश्वविद्यालय से सिर्फ़ इसलिए निष्कासित कर दिया गया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी और सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया।
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुई ट्रक दुर्घटना के मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाख़िल कर दी है। चार्जशीट में बीजेपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके सहयोगियों पर हत्या का आरोप नहीं है।
कश्मीर में पिछले दो महीने में पत्थरबाज़ी की 306 घटनाएं हुई हैं। इस दस्तावेज़ से यह भी पता चला है कि पत्थरबाज़ी की घटनाओं में सुरक्षा बलों के 100 जवान भी घायल हुए हैं।
महाराष्ट्र में चुनाव हैं इसलिए यहाँ पर प्याज चुनावी मुद्दा बनता दिख रहा है। किसान संगठनों ने प्रदेश में 'कांदा सत्याग्रह' शुरू कर दिया है। क्या चुनाव पर इसका असर पड़ेगा?
लोकसभा चुनाव के बाद जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की बैठकें हुई थीं, तभी से कांग्रेस-एनसीपी के विलय की चर्चा ने जोर पकड़ा था।