उत्तर प्रदेश पुलिस पर मुसलिम समुदाय के घरों में घुसकर उन्हें बेरहमी से पीटने के आरोप तो लग ही रहे हैं, अपने कई दावों को लेकर भी पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है।
आख़िर बीजेपी के नेताओं में सावरकर के प्रति अचानक इतना प्रेम कैसे उमड़ आया है। यह उनकी सावरकर के प्रति सच्ची श्रद्धा है या इसमें भी कहीं कोई राजनीतिक चाल छुपी हुई है?
राजस्थान में कोटा के सरकारी जे.के. लोन हॉस्पिटल में इस महीने में कम से कम 104 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन इसके लिए ज़िम्मेदारी किसकी है, यह तक तय नहीं हो पायी है।
महाराष्ट्र में जब चुनाव प्रचार चल रहा था तब नेता किसानों का 'मसीहा' बनने का दावा कर रहे थे। किसान तब भी आत्महत्या कर रहे थे और जब नेता चुनाव जीतने के बाद क़रीब एक महीने तक सत्ता के लिए तिकड़म चला रहे थे तब भी किसान आत्महत्या ही कर रहे थे।
नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ पटना में प्रदर्शन में शामिल हुए एक युवक की हत्या के आरोप में छह लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। गिरफ़्तार लोगों में से दो आरोपी संदिग्ध हिंदू संगठनों से जुड़े हैं।
नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिंसा को लेकर मुज़फ़्फ़रनगर में गिरफ़्तार किए गए लोगों में से चार को दस दिन तक हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया गया है। जब उनके ख़िलाफ़ सबूत नहीं थे तो किस आधार पर गिरफ़्तार कर लिया गया था?
असम में नागरिकता क़ानून के लगातार विरोध से राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल मुश्किल में हैं। ख़ुद सोनोवाल यह बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा, 'मुझे बहिष्कृत न करें, मैं कहाँ जाऊँगा?'
नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शनों के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस पर कार्रवाई के नाम पर बर्बरता करने, मुसलिम समुदाय के घरों में घुसकर उन्हें बेरहमी से पीटने के आरोप लगे हैं।
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में मेरठ, मुज़फ़्फरनगर में हुए विरोध-प्रदर्शनों के बाद पुलिसिया बर्बरता व जुल्म की तसवीरें और कहानियां सामने आ रही हैं।