सरकार एक इंच भी पीछे नहीं हटने की बात कहती है और शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारी आधा इंच भी पीछे हटने के लिये तैयार नहीं हैं। ऐसे में किस तरह इस मुद्दे का समाधान निकल पायेगा।
नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ लगातार विवादित बयान दे रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक और ऐसा ही बयान दिया है।
लगभग चुनावी मोड में आ चुकी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को यह आभास हो गया है कि जीत के लिए राम का सहारा चाहिए। वैसे तो उत्तर प्रदेश में चुनाव अभी दो साल बाद होना है पर योगी सरकार ने राम नाम की बिसात बिछानी शुरू कर दी है।
भीमा-कोरेगाँव और उससे संबंधित एल्गार परिषद के मामले में पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि वह इस मामले में अब तक जाँच के कुछ तथ्य लोगों के सामने लाना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश में बड़ी मुश्किल से सत्ता में आई कांग्रेस कहीं पार्टी नेताओं की आपसी लड़ाई की भेंट ने चढ़ जाए? सिंधिया को कमलनाथ ने दो टूक ‘जवाब’ देते हुए कहा है, ‘...तो उतर आयें सड़क पर।’ इसका क्या मतलब है?