बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के और बिना नगर पालिका की इजाजत के आखिर ओरेवा समूह ने इस पुल को आम लोगों के लिए कैसे खोल दिया? क्या इस मामले में कुछ बड़े लोगों पर भी कार्रवाई होगी?
एमसीडी के चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जोरदार जंग होनी तय है। दिल्ली और पंजाब में जबरदस्त जीत हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल एमसीडी में भी आम आदमी पार्टी का मेयर बनाना चाहते हैं। लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएंगे?
गुजरात में कांग्रेस पिछले 27 साल से सत्ता से बाहर है। देखना होगा कि इन यात्राओं के जरिये क्या वह गुजरात में 1995 से चले आ रहे जीत के सूखे को खत्म कर पाएगी?
‘समस्या और समाधान’ शीर्षक से जयसुख पटेल के द्वारा लिखी गई किताब को पढ़ने से पता चलता है कि पटेल लोकतंत्र के धुर विरोधी हैं और किसी भी तरह के नियम-कानूनों के पूरी तरह खिलाफ हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर होने की वजह से जेपी नड्डा को बीजेपी को हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जीत दिलानी ही होगी? लेकिन बगावत की वजह से बीजेपी का सत्ता में आना मुश्किल हो सकता है।
अमृता फडणवीस को क्या वाकई कोई खतरा है, जिस वजह से उनकी सुरक्षा बढ़ाकर एक्स कैटेगरी से वाई प्लस कर दी गई है। जबकि विपक्ष के कई अहम नेताओं की सुरक्षा हटा दी गई है या उसमें कटौती की गई है।
गुजरात में चुनावी लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होती रही है। लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के चुनाव मैदान में आने के बाद मुक़ाबला त्रिकोणीय हो गया है। क्या वाकई ऐसा है?
आम आदमी पार्टी इन दिनों कूड़े के पहाड़ को लेकर बीजेपी पर हमलावर है। 2017 के एमसीडी चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने वाली बीजेपी को क्या इस बार आम आदमी पार्टी हरा देगी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में इतने बड़े बदलावों के बाद भी जब बगावत का कहीं कोई शोर नहीं है तो छोटे से राज्य हिमाचल प्रदेश में जेपी नड्डा सियासी हालात क्यों नहीं संभाल पा रहे हैं।