अमृता फडणवीस को क्या वाकई कोई खतरा है, जिस वजह से उनकी सुरक्षा बढ़ाकर एक्स कैटेगरी से वाई प्लस कर दी गई है। जबकि विपक्ष के कई अहम नेताओं की सुरक्षा हटा दी गई है या उसमें कटौती की गई है।
गुजरात में चुनावी लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होती रही है। लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के चुनाव मैदान में आने के बाद मुक़ाबला त्रिकोणीय हो गया है। क्या वाकई ऐसा है?
आम आदमी पार्टी इन दिनों कूड़े के पहाड़ को लेकर बीजेपी पर हमलावर है। 2017 के एमसीडी चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने वाली बीजेपी को क्या इस बार आम आदमी पार्टी हरा देगी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में इतने बड़े बदलावों के बाद भी जब बगावत का कहीं कोई शोर नहीं है तो छोटे से राज्य हिमाचल प्रदेश में जेपी नड्डा सियासी हालात क्यों नहीं संभाल पा रहे हैं।
इससे भोपाल में 1984 के गैस कांड की भयावह घटना की याद ताजा हो गई। उसके बाद भी गैस रिसाव की घटनाएं हो चुकी हैं। आखिर प्रशासन पिछली घटनाओं से सबक क्यों नहीं लेता?