मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल महाघोटाले की जाँच एक बार फिर पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चली गई है। महाघोटाले की जाँच करने वाले एसटीएफ़ अफ़सरों और अमले को शिवराज सरकार ने कोरोना ड्यूटी में लगा दिया है।
कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार 4 मई से राज्य के अंदर आर्थिक और औद्योगिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने की तैयारी में है और केंद्र के दिशा-निर्देश का इंतजार कर रही है।
लॉकडाउन में भले ही पुलिस को ज़्यादा सख़्ती के लिए कई जगहों पर भला-बुरा कहा जा रहा हो, लेकिन वही पुलिस ख़ुशियाँ भी बाँट रही है और चेहरे पर मुस्कान भी ला रही है।
कोरोना संकट और लॉकडाउन के इस दौर में उत्तर प्रदेश में विपक्ष चुप्पी ओढ़े बैठा है। ऐसे में लगता है कि विपक्ष की भूमिका ख़ुद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने संभाल ली है। रह रह कर विधायकों की ओर से सरकार पर हमले बोले जा रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानमंडल में अपने मनोनयन के प्रति राज्यपाल भगत सिंह कोश्यरी के रवैये को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात को प्रधानमंत्री से फ़ोन पर बात की। उन्होंने महाराष्ट्र में राजनीतिक हालात के बारे में चर्चा की।
दिल्ली-मुंबई में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों के कोरोना संक्रमित होने के कारण कोरोना के ख़िलाफ़ इस लड़ाई को जीतना तो दूर लड़ना ही बेहद मुश्किल नज़र आ रहा है।
महाराष्ट्र में क्या प्रेस की आज़ादी पर कुठाराघात हो रहा है? क्या मीडिया कर्मियों पर उद्धव ठाकरे सरकार नाजायज दबाव डाल रही है? या क्या लोगों की सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति पर भी पहरा लगा दिया गया है?
मुंबई से चलकर 1500 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती ज़िले में अपने घर पहुँचे 35 वर्षीय सख़्स की कुछ घंटों में ही मौत हो गई। वह मुंबई में थे तो बस किसी तरह घर पहुँचना चाहते थे।
कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन और कर्फ्यू ने ग़रीबों को बेजार कर दिया है। ऐसे हालात में भी पंजाब के लाखों ग़रीब केंद्र सरकार से मिलने वाले आधिकारिक राशन से वंचित हैं।