रीवा के चाकघाट में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर पिछले दो-तीन दिनों से यहाँ फँसे हज़ारों भूखे-प्यासे मज़दूरों और उनके परिजन रविवार को एमपी और यूपी पुलिस के बैरिकेड्स तोड़कर उत्तर प्रदेश की सीमा में घुस गये।
पंजाब में कोरोना वायरस के चलते बीते 55 दिन से राज्य भर में जारी कर्फ्यू कल से यानी 18 मई को हट जाएगा। लेकिन लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा। सामान्य जनजीवन आख़िर पटरी पर कैसे आएगा?
महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु सरकार ने 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। पंजाब और मिज़ोरम ने अपने-अपने राज्यों में पहले ही 31 मई तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया है जबकि तेलंगाना ने इसे 29 मई तक के लिए बढ़ाया है।
48 घंटों में घर वापसी कर रहे 60 से ज़्यादा मज़दूरों की सड़कों पर कुचल कर हुई मौत के बाद योगी सरकार ने शहरों की सीमाएँ सील कर पैदल या अन्य गाड़ियों से आ रहे मज़दूरों को रोक दिया है।
विकलांग बेटे को घर वापस लाने के लिए इक़बाल ने एक साइकिल चुराई तो उसके साथ माफ़ीनामा भी लिखकर छोड़ दिया। लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही प्रवासी मजदूरों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।
घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के ट्रक की उत्तर प्रदेश के औरेया में शनिवार सुबह दूसरे ट्रक से टक्कर हो गई। इसमें 24 मजदूरों की मौत हो गयी और 36 गंभीर रूप से घायल हो गए।
झारखंड में बीते कुछ दिनों में कोरोना के जितने मामले आए हैं, उनमें अधिकतर प्रवासी मजदूरों के हैं। ऐसे में राज्य सरकार के सामने लाखों लोगों का टेस्ट कराना एक बड़ी चुनौती है।