नाम है मुजीबुल्लाह रहमान। उम्र 80 साल। काम करते हैं कुली का। अब सोशल मीडिया पर हीरो बनकर उभरे हैं क्योंकि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आने वाले थके-हारे लोगों का वह मुफ़्त में सामान ढोते हैं।
दिल्ली की एक महिला ने आरोप लगाया है कि वह कोरोना संक्रमित अपने पिता को भर्ती कराने के लिए एलएनजेपी अस्पताल के बाहर इंतज़ार करती रही लेकिन घंटों तक उनकी कोई सहायता नहीं की गई। आख़िर में उनकी मौत हो गई।
केंद्र के कृषि सेवा अध्यादेश-2020 की घोषणा के साथ ही पंजाब में इसका बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। बीजेपी का गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल भी इसके ख़िलाफ़ मुखर है।
प्रवासी मज़दूरों से उत्तर प्रदेश में जिस तेज़ी से संक्रमण के फैलने की आशंका जताई जा रही थी, अब उस तरह से यह फैलता नहीं दिख रहा है। एक सैंपल सर्वे में उत्तर प्रदेश में लौटने वाले प्रवासियों में क़रीब 3 फ़ीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
पंजाब के ज़िला लुधियाना में मुसलिम परिवार ने हिंदू लड़की के अभिभावकों की भूमिका निभाते हुए उसका कन्यादान किया और हिंदू रीति-रिवाज़ों के मुताबिक़ विवाह की तमाम रस्में पूरी कीं।
कोरोना मरीज़ के अंतिम संस्कार के दौरान उस परिवार पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया और उन्हें अपनी जान बचाने के लिए आधे जले शव को छोड़कर भागना पड़ा। हालाँकि प्रशासन के दखल के बाद दूसरी जगह पर अंतिम संस्कार किया जा सका।
पहली बार महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों की दर देश के मुक़ाबले कम रही है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे कोरोना के मामलों में भी महाराष्ट्र के मामलों की संख्या कम हो रही है।