उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बात का दावा करते नहीं थकते कि प्रदेश में हर व्यक्ति सुरक्षित है। लेकिन दलितों पर हो रहे अत्याचार की तमाम घटनाएं उन्हें पूरी तरह झूठा साबित करती हैं।
मध्य प्रदेश में तीन दिन बाद उपचुनाव है, फिर भी बीजेपी कांग्रेस के विधायक क्यों तोड़ रही है? वह भी तब जब उपचुनाव में 28 में से सिर्फ़ एक सीट भी जीत जाने पर शिवराज सरकार सुरक्षित हो जाएगी। कांग्रेस की आस किससे?
कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। इन दोनों के ख़िलाफ़ साम्प्रदायिक विद्वेष और सम्प्रदाय विशेष की भावनाओं को आहत करने के मामले की जाँच का आदेश दिया है।
केंद्र सरकार ने डॉ. सुब्बैया शणमुगम को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइसेंस (एम्स) मदुरै के बोर्ड का सदस्य बनाया है। विपक्ष ने सरकार के इस फ़ैसले की तीख़ी आलोचना की है।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने भारतीय जनता पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी है, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। इससे राज्यपाल के प्रशासन पर तो सवाल उठता ही है, यह प्रश्न भी उठता है कि बीजेपी आतंकवादियों के निशाने पर क्यों हैं।
क्या जम्मू-कश्मीर पर सऊदी अरब की नीति बदल गई है? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सऊदी शहजादे से दोस्ती के बावजूद रियाद कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान की ओर मुड़ रहा है?
दुर्गा विसर्जन के दौरान बिहार के मुंगेर में हुई पुलिस फायरिंग के बाद एसपी और डीएम का तबादला किए जाने के बावजूद लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। गुरुवार को उत्तेजित भीड़ ने प्रदर्शन किया और पुलिस की दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
उत्तर भारत में दलितों की आवाज़ बनकर उभरीं मायावती पर ये आरोप बीते दो सालों से लग रहे थे कि वह बीजेपी के प्रति नरम हैं या उनकी अंदरखाने उससे कोई साठगांठ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब बिहार चुनाव में धारा 370, राम मंदिर का जिक्र किया तो तभी साफ हो गया था कि बिहार में बीजेपी के पास लोगों से वोट मांगने के लिए ऐसे ही मुद्दे बचे हैं।
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज़फ़र-उल-इसलाम ख़ान और 6 अलाभकारी संस्थाओं के 9 ठिकानों पर राष्ट्रीय जाँच एजेन्सी के छापे से कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं।