एबीवीपी के छात्रों ने इन प्रोफेसर्स के खिलाफ क्या आरोप लगाए थे। इन आरोपों के पीछे क्या आधार दिया गया है? इस बारे में सरकारी लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल का क्या कहना है?
बीसवीं सदी की इस सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी के पीड़ितों को अब तक इंसाफ नहीं मिला है। लोग उचित मुआवजे के लिए आज भी संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन गंभीर रूप से बीमार श्याम स्वरूप ब्यौहार इस गैस कांड के बाद ठीक हो गए थे। पढ़िए, उनके बारे में।
गुजरात में चुनावी लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होती रही है। 182 सीटों वाली गुजरात की विधानसभा में मुश्किल से पांच-छह सीटों को छोड़कर बाकी सीटें इन्हीं दो राजनीतिक दलों की झोली में जाती हैं। लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के चुनाव मैदान में आने के बाद मुक़ाबला त्रिकोणीय हो गया है।
पुलिस इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है क्योंकि यहां से डेढ़ किलोमीटर दूर कोंतई कस्बे में शनिवार को ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की सभा होने वाली थी।
विधेयकों के मुताबिक, राज्य के आदिवासी समुदाय को 32 फीसद जबकि ओबीसी को 27 फीसद, दलित समुदाय को 13 फीसद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में दाखिले में 4 फीसद आरक्षण मिलेगा।
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों को जय श्री राम के साथ ही जय सियाराम और हे राम भी कहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग जिस भावना से राम ने अपनी जिंदगी जी, उस भावना से जिंदगी नहीं जीते हैं।
बीजेपी 15 साल तक लगातार एमसीडी की सत्ता में रही। इस बार आम आदमी पार्टी से उसे तगड़ी चुनौती मिल रही है। क्या आम आदमी पार्टी उसे हरा पाएगी? एमसीडी में इस बार किसका मेयर बनेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
सीएसडीएस ने एमसीडी चुनाव 2022 को लेकर सर्वे किया है और इसमें यह बात सामने आई है कि दिल्ली के लोग इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर मानते हैं और कांग्रेस इस मुकाबले में तीसरे स्थान पर दिखाई देती है।
विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मांग की है कि हाई कोर्ट विधानसभा स्पीकर को इस मामले में फैसला लेने का निर्देश दे। सितंबर में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफ़े का पूरा मामला क्या है, जानिए?
बम धमाके के बाद से ही एनआईए हरप्रीत सिंह की तलाश में थी और जैसे ही वह आईजीआई एयरपोर्ट पर पहुंचा, एनआईए ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस बम धमाके में एक शख्स की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हो गए थे
सुनंदा पुष्कर की जनवरी 2014 में दिल्ली के होटल लीला पैलेस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शशि थरूर पर सुनंदा पुष्कर को आत्महत्या के लिए उकसाने और क्रूरता करने का आरोप था। अगस्त 2021 में दिल्ली की एक अदालत ने शशि थरूर को सारे आरोपों से बरी कर दिया था।
कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान एक छात्र ने कर्नाटक के पारंपरिक ध्वज को लहराया तो महाराष्ट्र के छात्र उस पर आग बबूला हो गए और उन्होंने उस छात्र की जमकर पिटाई कर दी। क्या है यह पूरा विवाद?