पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का एलान कर न सिर्फ बीजेपी के दाँव को उलट दिया है, बल्कि उसे उसी के जाल में फँसा दिया है।
दिल्ली हाई कोर्ट के फ़ैसले के बाद सूचना का अधिकार (आरटीआई) क़ानून अब पूरी तरह बेअसर हो जाएगा और स्वतंत्र हैसियत वाला केंद्रीय सूचना आयोग एक आम सरकारी महकमे की तरह हो जाएगा।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 जैसे-जैसे क़रीब आता जा रहा है, वैसे-वैसे तीन तरह के समूहों की भूमिका महत्वपूर्ण होती जा रही है। स्थानीय लोग इन्हें सिंडिकेट, तोलाबाज और कट मनी ग्रुप कहते हैं। इनका जाल पूरे बंगाल में गाँव से लेकर शहर तक फैला हुआ है।
क्या भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के पहले सांप्रदायिक आधार पर वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है ताकि वह बहुसंख्यक हिन्दू वोटों को अपनी ओर खींच सके?
राजस्थान की सियासत में इन दिनों जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। राज्य बीजेपी में बड़ा चेहरा कौन है, इसे लेकर सोशल मीडिया पर समर्थकों के बीच लड़ाई चल रही है।
मुख्य विपक्षी दल तेलगु देशम पार्टी की ओर से राज्य सरकार पर हिन्दू मंदिरों को तोड़ने का आरोप लगाए जाने के बाद अब पुलिस कह रही है कि कई जगहों पर यह काम उसके कार्यकर्ताओं ने ही किया है।
पुलिस कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी के ख़िलाफ़ के पास कोई साक्ष्य नहीं पेश कर रही है, वह केस डायरी तक अदालत में नहीं रख सकी, लेकिन ज़मानत याचिका का विरोध कर रही है।
बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर से यह अपील करने के बाद कि बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और वाम दल उसके साथ आएं, अब कांग्रेस की ओर से कुछ ऐसी ही अपील की गई है।
बंगाल में चुनाव अब कुछ ही माह दूर रह गए हैं लेकिन अभी भी यहाँ की तसवीर साफ़ नहीं हुई है कि क्या ममता बनर्जी तीसरी बार भी राज्य की मुख्यमंत्री बनेंगी या इस बार यहाँ फिर से सत्ता परिवर्तन होगा।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश में बैठकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है।