मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी की ज़मानत याचिका खारिज कर दी है। फ़ारूकी को 2 जनवरी को हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था।
कृषि क़ानूनों को रद्द करने की माँग पर अड़े किसानों ने एक फरवरी यानी बजट के दिन संसद कूच करने का एलान किया है। किसान नेता दर्शन पाल ने संसद मार्च की घोषणा करते हुए कहा है कि लड़ाई केंद्र सरकार से है।
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली के पास दो महीने से चल रहे किसान आन्दोलन को समर्थन देने के लिए मुंबई के आज़ाद मैदान में सभा हो रही है। शरद पवार ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बगैर चर्चा के क़ानून पारित किए गए।
क्या उग्र हिन्दुत्व की राजनीति करने वाली पार्टी असम विधानसभा चुनाव के पहले सांप्रदायिक आधार पर समाज का ध्रुवीकरण करना चाहती है ताकि उसे अधिक से अधिक हिन्दू वोट मिले?
दिल्ली के पास आन्दोलन चला रहे किसान संगठनों की शीर्ष संस्था संयुक्त किसान मोर्चा की अपील पर ऑल इंडिया किसान सभा ने नाशिक से मुंबई का मार्च निकाला है। मुंबई के आज़ाद मैदान में 24 से 26 जनवरी तक किसान धरने पर बैठेंगे।
आख़िर वे कौन लोग हैं जो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी जा रहे हैं? क्या वास्तव में बहुत सारे ‘ताक़तवर और प्रभावशाली’ लोग तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जा रहे हैं?
एकनाथ खडसे की याचिका पर सुनवाई करते हुए बंबई हाईकोर्ट ने कहा कि, सीबीआई, ईडी, आरबीआई जैसी केन्द्रीय एजेंसियाँ अगर स्वतंत्र तौर पर अपने काम को अंजाम नहीं देंगी तो लोकतंत्र ही खतरे में पड़ जाऐगा।
जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइसेंज यानी एम्स में भर्ती कराया गया है।
ग़ैर ज़िम्मेदार टीवी कवरेज और मीडिया ट्रायल के लिये टीवी चैनेल काफ़ी बदनाम हो चुके हैं। उनकी तीखी आलोचना भी हो रही है। फिर भी वे सुधरने को तैयार नहीं है। अब दिल्ली की एक अदालत ने टीवी चैनलों को आड़े हाथों लिया है ।
क्या फुरफुरा शरीफ़ के पीरज़ादा ममता को कमज़ोर करने के लिये काम कर रहे हैं या फिर उनके इरादे कुछ और हैं? क्या मुसलमान वोटर वाकई ममता को छोड उनकी पार्टी को वोट भी देगा, यह भी बडा सवाल है?