देश भर से ऐसी ख़बरें आ रही हैं कि राज्यों में कोरोना वायरस के टीके की काफ़ी कमी है। ऐसे वक़्त में केंद्र सरकार पर टीकों की किल्लत को दूर करने का जबरदस्त दबाव है
कोरोना की दूसरी लहर में हुई तबाही के बाद सभी लोग चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द टीका लग जाए लेकिन हालात इतने ख़राब हैं कि दिल्ली सरकार कहती है कि उसके पास टीके नहीं हैं और वह अपने 100 से ज़्यादा टीकाकरण केंद्रों को बंद करने के लिए मजबूर है।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर कोरोना टीका के कुप्रबंध का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भारत बायोटेक ने दिल्ली को कोवैक्सिन टीका देने से इनकार कर दिया ।
यह बात बार-बार कही जा रही है कि कोरोना का संक्रमण गांवों में फैल चुका है। किसी एक राज्य के नहीं, कई राज्यों के गांवों में। लेकिन बावजूद इसके सरकारें चेतने को तैयार नहीं दिख रही हैं।
कोरोना काल में नीतीश सरकार के लिए मुसीबत बन चुके पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ़्तारी को लेकर मंगलवार को बिहार सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में माहौल बेहद गर्म रहा।