पंजाब कांग्रेस में चल रही जोरदार जंग में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को उनके सियासी विरोधियों ने घेर तो लिया है लेकिन इतना वे भी जानते हैं कि ये बूढ़ा शेर इतनी जल्दी हार नहीं मानेगा।
लालजी वर्मा और राम अचल राजभर के बाद शुक्रवार सुबह बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री देव नारायण सिंह उर्फ जीएम सिंह ने भी मायावती का साथ छोड़ दिया।
कोरोना काल में देश ने इस महामारी का जबरदस्त कहर देखा और सवाल सीधे केंद्र और राज्य सरकारों पर उठे। लेकिन अब इन सवालों से बचने का या अपनी नाकामियों को छुपाने का तरीक़ा सरकारों ने निकाल लिया है।
पंजाब कांग्रेस में चल रहे सियासी युद्ध के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरूवार को दिल्ली पहुंचे हैं। दूसरी ओर, अमरिंदर से नाराज़ कांग्रेस विधायकों, सांसदों और मंत्रियों ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है।