पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष सिद्धारमैया ने कहा है कि वह विधानसभा में किसी की तस्वीर लगाए जाने के खिलाफ नहीं हैं लेकिन सरकार कानून और व्यवस्था सहित अहम मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए ऐसा कर रही है।
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले एक पैनल की सिफारिशों को सरकार ने पूरी तरह स्वीकार कर लिया है। लोकायुक्त कानून बनने से क्या होगा?
इस्तीफ़ा देने वाले नेताओं ने क्या आरोप लगाए हैं? अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तेलंगाना कांग्रेस में बढ़ती गुटबाजी क्या पार्टी को भारी पड़ेगी।
70 लोगों की मौत के अलावा 30 से अधिक लोगों का उपचार सरकारी अस्पताल व निजी क्लीनिकों में चल रहा है। जहरीली शराब से होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है और इस वजह से नीतीश कुमार विपक्षी दलों के निशाने पर हैं।
जून में महा विकास आघाडी की सरकार गिरने के बाद यह पहला प्रदर्शन था जिसमें कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव गुट के कार्यकर्ता एक साथ शामिल हुए। महा विकास आघाडी ने एकजुटता के साथ ही अपनी सियासी ताकत भी दिखाई।
उपद्रव के दौरान कई कारों में आग लगा दी गई और तोड़फोड़ भी की गई। दोनों ओर के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। क्यों हुआ दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में टकराव?
येदियुरप्पा न सिर्फ कर्नाटक में बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता हैं बल्कि पूरे राज्य में वे काफी लोकप्रिय हैं। बीजेपी नेतृत्व को भी इस बात का अंदाजा है कि येदियुरप्पा अगर नाराज़ रहे तो न सिर्फ लिंगायत समुदाय के लोग बल्कि किसान भी बीजेपी से दूर हो सकते हैं। यही वजह है कि बीजेपी नेतृत्व येदियुरप्पा को कतई नाराज नहीं रखना चाहता।
नीतीश ने गुरूवार को भी जो शराब पिएगा वह मरेगा वाला बयान दिया था। उनके इस बयान के बाद बिहार में सियासत गर्म है। विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं ने नीतीश कुमार के इस बयान को बेहद असंवेदनशील बताया है।
बिहार में जहरीली शराब पीने से मौतों का आंकड़ा 50 से ज्यादा हो गया है और नीतीश कुमार शराबबंदी के फैसले को लेकर बुरी तरह घिरते दिखाई दे रहे हैं। क्या शराबबंदी वाकई फेल हो गई है?
मेयर के पद के लिए पहला साल महिलाओं के लिए आरक्षित है और आम आदमी पार्टी की ओर से प्रोमिला गुप्ता और सारिका चौधरी का नाम मेयर पद की दौड़ में आगे चल रहा है। एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 134, बीजेपी को 104 और कांग्रेस को 9 सीटों पर जीत मिली थी और 15 साल से एमसीडी की सत्ता में बैठी बीजेपी की विदाई हो गई थी।
किरीट सोमैया पर आरोप है कि उन्होंने आईएनएस विक्रांत के नवीनीकरण के लिए मुहिम चलाई थी और लोगों से पैसा इकट्ठा किया था। उस पैसे को राजभवन में जमा करने की बात कही थी लेकिन राजभवन ने इकट्ठा किए गए पैसों के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया था
नीतीश कुमार ने कहा है कि जब शराबबंदी नहीं थी तब भी यहां लोग जहरीली शराब से मरते थे और अन्य राज्यों में भी बड़ी संख्या में लोग जहरीली शराब पीने से मरते हैं। शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने की वजह से लगातार मौतों की खबर आने से साफ है कि यहां शराबबंदी पूरी तरह फेल हो गई है।
बीजेपी शासित कर्नाटक और महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद भी दोनों राज्यों के बीच विवाद क्यों है? क्या केंद्रीय गृहमंत्री उस विवाद को सुलझा पाए? जानिए अमित शाह ने क्या कहा।