असम-मिज़ोरम सीमा पर दोनों राज्यों के बीच हुई झड़प और उसमें असम पुलिस के छह लोगों के मारे जाने के बाद अब शांति लौट रही है। मिज़ोरम के मुख्य सचिव ने बुधवार को एलान किया कि वे अपनी पुलिस को विवादित क्षेत्र से लौट आने का आदेश दे चुके हैं।
केंद्रीय जाँच ब्यूरो ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के 12 ठिकानों पर छापे मारे हैं। कथित भ्रष्टाचार के मामले में मुंबई, पुणे, नासिक, सांगली और अहमदनगर में ये छापे मारे गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि तोड़फोड़ और संपत्ति को नुक़सान पहुँचाना सदन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है और इसलिए सीपीआईएम के छह सदस्यों के ख़िलाफ़ चल रहा मुक़दमा वापस नहीं लिया जा सकता है।
पेगासस सॉफ़्टवेअर के ज़रिए पेरियारवादी कार्यकर्ताओं और तमिल राष्ट्रवादियों की जासूसी भी की गई थी। इस स्पाइवेअर के निशाने पर नाम थामिज़ार काची, थांतीयार पेरियार द्रविड़र कषगम, मई 17 मूवमेंट जैसे संगठनों के लोग थे।
जातियों की सियासत के लिए पहचाने जाने वाले उत्तर प्रदेश में बीएसपी ने ब्राह्मण सम्मेलन शुरू किए तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनाधार रखने वाली राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने इसके जवाब में भाईचारा सम्मेलन की शुरुआत की है।
छह पुलिस कर्मियों की मौत और मिज़ोरम के साथ बढ़ते तनाव के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सर्मा ने मिज़ोरम पुलिस पर 'भड़काने वाली कार्रवाई' करने का आरोप लगाया है।
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की टीम आईपैक का कहना है कि उसके लोगों को त्रिपुरा में होटल से बाहर नहीं निकलने दिया गया और उन्हें वहाँ नज़रबंद रखा गया। वे वहाँ तृणमूल कांग्रेस की संभावनाओं का पता लगाने गए थे।