राणे पर महाराष्ट्र के महाड़, पुणे और नासिक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ख़िलाफ़ बयानबाजी करने के बाद भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था।
रिपोर्ट में विभिन्न विभागों से कुंभ के लिए आवंटित बजट पर सवाल खड़ा किया गया है। कुंभ मेला अधिकारी ने अन्य विभागों के बजट खर्चे की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जिससे उस बजट के खर्चे का विवरण ही नहीं मिल सका।
शिव सेना की क़यादत वाली महा विकास आघाडी सरकार और बीजेपी इस मामले में आमने-सामने आ गई हैं। राणे बीते 20 साल में पहले ऐसे केंद्रीय मंत्री हैं, जिनकी गिरफ़्तारी हुई है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा है कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है।