कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ हुए आंदोलन के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सियासी माहौल बेहद गर्म रहा। कांग्रेस ने भी किसानों की आवाज़ को पुरजोर ढंग से उठाया।
पंजाब की सत्ता में कांग्रेस की वापसी के लिए नवजोत सिंह सिद्धू और चन्नी की जोड़ी की बेहतर कदमताल ज़रूरी है। क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह भी पार्टी को नुक़सान पहुंचा सकते हैं।
गुड़गांव में नमाज़ के विरोध को लेकर बीजेपी, विहिप के नेता स्थानीय लोगों के बीच भड़काऊ भाषण दे रहे हैं और जुमे की नमाज़ का विरोध करने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं।
प्रियंका की कोशिश है कि कांग्रेस मजबूत दल के रूप में उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़े, हालांकि चुनौतियां बहुत हैं लेकिन फिर भी कांग्रेस महासचिव ने पूरी ताक़त लगा दी है।