क्या कांग्रेस के कुछ विधायक, मंत्री अमरिंदर सिंह के साथ जा सकते हैं। ऐसा हुआ तो पार्टी को चुनाव में नुक़सान हो सकता है। इसलिए पार्टी ने सख़्त स्टैंड ले लिया है।
टीएमसी त्रिपुरा में अपने पैर जमाना चाहती है जबकि बीजेपी उसे रोकने में जुटी है। इस बीच स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजे बताएंगे कि टीएमसी की स्थिति यहां कैसी है।
अखिलेश यादव राष्ट्रीय लोकदल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और महान दल के साथ गठबंधन कर चुके हैं। देखना होगा कि क्या आम आदमी पार्टी भी उनके साथ आती है।