यूपी में अखिलेश और मायावती के बीच चुनावी गठबंधन की चर्चा अभी ख़त्म नहीं हुई थी कि सीबीआई ने एलान कर दिया कि वह बालू ख़नन घोटाला मामले में अखिलेश से पूछताछ कर सकती है। जब इस मामले को लकर सियासत तेज हुई तो सपा मुख़िया अखिलेश यादव को चुप्पी तोड़नी पड़ी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन रोकने के लिए केंद्र सरकार मेरे खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है। अखिलेश ने कहा कि हम बीजेपी के ख़िलाफ मजबूत गठबंधन बनाने जा रहे हैं इसलिए बीजेपी मेरे ख़िलाफ़ छापेमारी करवा रही है।
सीबीआई का सामना करने को तैयार
सपा प्रमुख अखिलेश ने कहा कि वह सीबीआई के सारे सवालों का जवाब देने के लिये तैयार हैं, मगर बीजेपी को समझना होगा कि वह जिस संस्कृति को छोड़कर जा रही है, कल उसे भी उसका सामना करना पड़ेगा। बीजेपी पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव बोले अब तो पूछताछ के दौरान सीबीआई को ये भी बताना पड़ेगा कि सपा-बसपा में कितनी सीटों पर सहमति बनी है।
कांग्रेस को लिया आड़े हाथों
इतना ही नहीं इस दौरान अखिलेश यादव ने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले यूपीए की सरकार के दौरान समाजवादी पार्टी के ख़िलाफ सीबीआई का इस्तेमाल किया गया और अब एनडीए भी वही काम कर रही है। ग़ौरलतब है कि 2012 से 2016 के बीच राज्य में हुए कथित खनन घोटाला मामले में सीबीआई ने कल लखनऊ में आईएएस अफसर बी. चंद्रकला के घर पर छापेमारी की थी।
सीबीआई ने बुंदेलखण्ड में अवैध खनन के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर चंद्रकला समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। साल 2012-13 में खनन विभाग तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास था। इसलिए सीबीआई इस मामले में उनसे भी पूछताछ कर सकती है।
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