loader
फोटो साभार: ट्विटर/रिद्धिमान साहा

रिद्धिमान साहा को धमकी देने वाला तथाकथित 'आदरणीय' पत्रकार कौन?

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रिद्धिमान साहा को धमकी दी गई है। वह भी इसलिए कि इंटरव्यू नहीं दिया। धमकी देने वाला एक तथाकथित 'आदरणीय' पत्रकार है। यह आरोप साहा ने ही लगाया है। तो सवाल है कि आख़िर यह 'सम्मानित' पत्रकार कौन है? 

रिद्धिमान साहा ने इस धमकी देने वाले पत्रकार के नाम का खुलासा नहीं किया है। उन्होंने धमकी वाले वाट्सऐप संदेशों को सार्वजनिक किया है। साहा ने उन संदेशों के स्क्रीनशॉट को ट्वीट किया है और लिखा है, 'भारतीय क्रिकेट में मेरे सभी योगदान के बाद... एक तथाकथित 'आदरणीय' पत्रकार से मुझे यही सामना करना पड़ा है! पत्रकारिता इस हद तक चली गई है।' 

रिद्धिमान साहा ने यह ट्वीट शनिवार को किया था। उनके द्वारा साझा किए गए स्क्रीनशॉट में साहा को मार्च में श्रीलंका के ख़िलाफ़ आगामी 2 मैचों की श्रृंखला के लिए टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर उनसे बात नहीं करने के लिए धमकी देने वाले संदेश हैं। ये संदेश एकतरफ़ा हैं। यानी किसी ने साहा को ये संदेश भेजे हैं, लेकिन साहा ने इस पर प्रतिक्रिया में कुछ संदेश नहीं भेजे। उस संदेश में पत्रकार को साहा से यह कहते हुए देखा गया कि विकेटकीपर द्वारा उनकी कॉल का जवाब नहीं देने से वह आहत हैं और वह अपमान बर्दाश्त नहीं करते हैं। 

तथाकथित पत्रकार ने साक्षात्कार के अनुरोध में लिखा, 'जो भी सबसे अधिक मदद कर सकता है उसे चुनें'। स्क्रीनशॉट एक और संदेश में लिखा था, 'आपने कॉल नहीं किया। मैं फिर कभी आपका साक्षात्कार नहीं करूंगा। मैं अपमान को सहजता से नहीं लेता। और मुझे यह याद रहेगा।'

साहा के इस ट्वीट के बाद पूर्व क्रिकेटर इस मुद्दे पर साहा के बचाव में उतरे। उन्होंने साहा से उस पत्रकार की पहचान उजागर करने का आग्रह किया जिसने उन्हें धमकी दी थी।

खेल से और ख़बरें

भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में रिद्धिमान साहा को मिली धमकियों की निंदा की है। शास्त्री ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली से हस्तक्षेप करने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि खिलाड़ी भविष्य में ऐसी स्थितियों से न गुजरें। उन्होंने कहा कि हर क्रिकेटर के हित में है कि यह पता करें कि वह व्यक्ति कौन है।

अपने समय के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया, 'बेहद दुखद। इस तरह का व्यवहार न तो सम्माननीय है और न ही पत्रकारीय, बस चमचागिरी। आपके साथ हूँ रिद्धि।'

हरभजन सिंह ने ट्वीट किया, 'रिधि आप बस उस व्यक्ति का नाम बताएँ ताकि क्रिकेट समुदाय को पता चले कि कौन इस तरह से काम करता है। नहीं तो अच्छे लोग भी शक के घेरे में आ जायेंगे... ये कैसी पत्रकारिता है? खिलाड़ियों की सुरक्षा की जानी चाहिए।'

भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने भी साहा का समर्थन किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'जब बात बीसीसीआई या क्रिकेटरों की होती है, तो हम सभी पत्रकारों से बहुत सारे 'स्रोत' सुनते हैं। क्या कोई एक सूत्र मुझे बता सकता है कि यह तथाकथित पत्रकार कौन है जिसने साहा को धमकी दी है?'

बता दें कि रिद्धिमान साहा हाल में सुर्खियों में हैं। टेस्ट टीम से बाहर किए गए साहा ने रविवार को मीडिया को बताया था कि मुख्य कोच द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने पर विचार करने के लिए कहा था और टीम युवा विकेटकीपर बल्लेबाजों को ऋषभ पंत के लिए बैक-अप के रूप में तैयार कर रही है।

वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत की 3-0 की जीत के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने प्रेस से बात करते हुए कहा था कि साहा द्वारा टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर के भविष्य के बारे में अपनी बातचीत के बारे में मीडिया को बताने से वह बिल्कुल भी आहत नहीं हैं। द्रविड़ ने कहा था, 'मैं वास्तव में बिल्कुल भी आहत नहीं हूं। मेरे मन में रिद्धि और उनकी उपलब्धियों और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के लिए बेहद सम्मान है। मेरी बातचीत उसी का हिस्सा है। मुझे लगता है कि वह ईमानदारी और स्पष्टता के हकदार हैं।'

ताज़ा ख़बरें
बहरहाल, कथित पत्रकार से धमकी के मामले में अब बीसीसीआई अपनी तरफ़ से कुछ क़दम उठा सकता है। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बीसीसीआई उस कथित पत्रकार का नाम उजागर करने के लिए साहा से आग्रह कर सकता है। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

खेल से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें