मुंबई इंडियंस से जीता जिताया मैच हारने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के बल्लेबाजों की काफी आलोचना हो रही है। भारतीय टीम के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज रहे वीरेन्द्र सहवाग ने भी केकेआर के प्रदर्शन पर निराशा जताई है। उन्होंने केकेआर के दो बड़े फिनिशर आंद्रे रसेल और दिनेश कार्तिक के रवैये को लेकर भी सवाल किए हैं।
केकेआर के आखिरी के बल्लेबाजों की इसलिए आलोचना हो रही है क्योंकि एक समय मैच पूरी तरीके से केकेआर के हाथों में था। लेकिन अंतिम ओवरों में केकेआर के बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह बिखर गए और मैच 10 रनों से गंवा दिया।
केकेआर की टीम नितीश राणा और शाकिब अल हसन के पवेलियन लौटने तक मजबूत स्थिति में थी। जब नितीश राणा आउट हुए थे उस वक्त केकेआर का स्कोर 4 विकेट के नुक़सान पर 122 रन था। जीत के लिए केकेआर को 153 रनों का पीछा करना था।
जब आंद्रे रसेल और दिनेश कार्तिक बल्लेबाजी करने आए उस वक़्त केकेआर को 28 गेंदों में 31 रनों की ही ज़रूरत थी। हालांकि रोहित शर्मा की कप्तानी और राहुल चाहर और क्रुणाल पांड्या की स्पिन जोड़ी ने मैच का रुख ही बदल दिया। रही सही कसर ट्रेंट बोल्ट ने आखिरी ओवर में दो विकेट चटका कर पूरी कर दी । जिसके बाद केकेआर की टीम 20 ओवर में 7 विकेट के नुक़सान पर 142 रनों पर ही बना सकी।
आंद्रे रसेल, खिलाड़ी, केकेआर
रसेल 15 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हो गए तो कार्तिक 11 गेंदों में 8 रनों पर नाबाद रहे। इस दौरान कार्तिक ने एक भी गेंद को सीमा रेखा के पार नहीं पहुँचाया।
केकेआर टीम के प्रदर्शन पर सवाल खड़ते हुए वीरेन्द्र सहवाग ने कहा-
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रसेल और कार्तिक अंत तक टिकना चाहते थे, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। ऑइन मॉर्गन ने पहले मैच में जीत के बाद कहा था कि उनकी टीम आगे के मैचों में भी इसी सकारात्मकता के साथ खेलेगी। हालांकि जब रसेल और कार्तिक खेलने आए तो ऐसा लगा नहीं।
वीरेन्द्र सहवाग, पूर्व क्रिकेटर
सहवाग ने कहा जिस प्रकार से कार्तिक और रसेल खेल रहे थे उससे लगा कि वे मैच को अंत तक ले जाकर जीत दिलाएँगे। लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए।
पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज ने इसके साथ ही कहा कि रसेल और कार्तिक से पहले खेलने उतरे सभी बल्लेबाज जैसे- शाकिब अल हसन, ऑयन मॉर्गन, शुभमन गिल और नितीश राणा ने सकारात्मकता के साथ खेल को खेला था। राणा और गिल को अंत तक खेलना चाहिए था, क्योंकि आपने देखा था कि कैसे मुंबई की टीम अच्छे शुरुआत के बावजूद केवल 152 रन ही बना सकी थी।
सहवाग ने आगे कहा कि केकेआर ने हमको दिखाया कि कैसे जीती हुई बाजी हारी जाती है। केकेआर ने जीता जिताया मैच हाथ से निकाल दिया है।
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अंतिम दो ओवरों को छोड़ दिया जाए तो गेंद के अंतर के अनुसार रन अधिक नहीं थे। ऐसे बहुत कम मैच ही मिलेंगे जब आपको 152 रनों का पीछा करना हो, 6 ओवर में 36 रन ही बनाने हों और आपके हाथ में 6-7 विकेट भी हों।
वीरेन्द्र सहवाग, पूर्व क्रिकेटर
सहवाग कहते हैं कि ऐसी ऐसी स्थिति में कोई भी टीम अपने नेट रन रेट को अच्छा करने के लिए मैच को जल्दी ख़त्म करना चाहती हैं लेकिन केकेआर ऐसा करने में विफल रही। इससे उनके नेट रन रेट पर भी असर पड़ा।
केकेआर
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा ने भी कहा है कि यह हार केकेआर के लिए आने वाले समय में परेशान करेगी। यह हार उनको मानसिक तौर पर परेशान करेगी और इससे उबरने के लिए उनको बहुत ही शानदार प्रदर्शन करने की ज़रूरत होगी।
केकेआर के प्रदर्शन से टीम के मालिक शाहरुख खान ने भी निराशा जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ये एक निराशाजनक प्रदर्शन था। इसके साथ ही उन्होंने फैंस से इसके लिए माफ़ी भी माँगी है।
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