भारतीय क्रिकेट टीम को एक अलग मुकाम तक पहुँचाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के प्रदर्शन पर अब अक्सर सवाल उठ जाते हैं। वैसे तो वह चौके-छक्के जड़ने और हारे हुए मैच का भी रुख मोड़ने में माहिर माने जाते रहे हैं। लेकिन अब उम्र बढ़ने के साथ-साथ ही उनके चौकों और छक्कों के बीच गेंदों का फासला भी बढ़ने लगा है।
इसको लेकर अब आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने प्रतिक्रिया दी है।
धोनी ने कहा है -
“
यह सच है कि जब आप खेल रहे होते हैं, तब आप नहीं चाहते हैं कि कोई आपको अनफिट कहे। क्रिकेट में प्रदर्शन का तो ऐसा है कि उसकी गारंटी नहीं दी जा सकती है। प्रदर्शन की गारंटी तो मैं जब 24 का था तब भी नहीं दे सकता था और 40 की उम्र में भी नहीं दे सकता हूँ।
महेंद्र सिंह धोनी, कप्तान, चेन्नई सुपर किंग्स
धोनी ने कहा कि कम से कम लोग मेरी ओर उंगली उठाकर नहीं कह सकते कि यह अनफिट है। और यह मेरे लिए पॉजिटिव बात है।
सोमवार को राजस्थान के ख़िलाफ़ धीमी पारी खेलने के बाद धोनी ने कहा कि उनकी इस धीमी पारी के कारण किसी और मैच में टीम को खामियाजा भुगतना पड़ सकता था। लेकिन इसके साथ ही धोनी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने की कोई गारंटी नहीं दे सकता है।
चेन्नई ने 45 रनों से जीता मैच
सोमवार को राजस्थान के ख़िलाफ़ खेले गए मैच में धोनी की टीम ने 45 रनों से जीत दर्ज की है। चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 188 रनों का स्कोर बनाया। जिसके जवाब में राजस्थान की टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 143 रन ही बना सकी।
हालांकि, पहले मैच में शून्य पर पवेलियन लौटने वाले धोनी ने इस मैच में 7वें स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए 18 रन बनाए। लेकिन इन 18 रनों को बनाने के लिए उन्होंने 17 गेंदों का सामना किया और केवल खाता खोलने के लिए ही 6 गेंदें ले लीं।
धोनी ने धीमी बल्लेबाजी ऐसे वक़्त में की जब चेन्नई की टीम करीब 9 प्रति ओवर के हिसाब से रन बना रही थी। धोनी ने इस मैच में दो बाउंड्रीज़ तो लगाईं, लेकिन उनके लिए वह काफी संघर्ष करते हुए दिखे।
इस पारी के बाद ही धोनी ने अपनी धीमी बल्लेबाजी को लेकर कहा कि किसी और मैच में मेरे द्वारा खेली गईं शुरुआती 6 गेंदें टीम के लिए परेशानी का सबब बन सकती थीं। धोनी ने कहा कि मुझे लगता है कि हम और अधिक रन बना सकते थे।
‘उम्र बढ़ने के साथ फिट रहना आसान नहीं’
सीएसके की टीम के लिए तुरुप का इक्का रहे एमएस धोनी ने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ फिटनेस बरकरार रखना आसान नहीं है। उम्र बढ़ना और फिट रहना दो सबसे मुश्किल चीजें हैं। उन्होंने कहा कि 'आईपीएल में मुझे युवा खिलाड़ियों की बराबरी करनी होती है, वे काफी दौड़ते हैं लेकिन यह हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है।'धोनी ने की मोइन अली की तारीफ़
किसी एक फ्रेंचाइजी के लिए बतौर कप्तान 200 मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बने एमएस धोनी ने मैच के बाद दीपक चाहर और सैम करन की गेंदबाजी की तारीफ की। इसके साथ ही उन्होंने मोइन अली की टीम में भूमिका को लेकर कहा कि छठा गेंदबाज होना महत्वपूर्ण होता है । हमारे पास पांच अच्छे गेंदबाज हैं और हमें लगता है कि शायद हमें छठे गेंदबाज की जरूरत भी नहीं है क्योंकि हमारे पास मोइन अली हैं जो छठे गेंदबाज के रूप में बखूबी काम करते हैं। धोनी ने कहा कि वो न सिर्फ विकेट ले रहे, रन रोक रहें बल्कि रन बना भी रहे हैं।
मोइन अली
धोनी का ऐसा कहने के पीछे मोइन अली का प्रदर्शन है। मोइन अली ने सोमवार को राजस्थान के तीन बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। जिसमें क्रिस मॉरिस और डेविड मिलर का विकेट शामिल है। इसके अलावा मोइन ने 26 रन भी बनाकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया।
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