एम एस धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम जब आज पंजाब किंग्स के सामने खेलने उतरेगी तो उसके सामने चुनौती होगी इस सीज़न में पहली जीत दर्ज करने की। पंजाब किंग्स के सामने भी चुनौती होगी अपनी जीत की लय को बरकरार रखने की। चेन्नई को पहले मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने सात विकेट से हराया था जबकि पंजाब किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स को चार रनों से मात दी थी। यानी पंजाब की टीम मामूली अंतर से ही पिछला मैच जीत पाई थी। दोनों टीमों की कमजोरी गेंदबाज़ी उभरकर सामने आई थी। यानी दोनों ही टीमों की गेंदबाज़ी में सुधार मैच का पासा पलट सकता है। शाम साढ़े सात बजे वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले इस मैच में ओस की भूमिका को ध्यान में रखते हुए टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाज़ी करना चाहेगी।
दोनों टीमों का कैसा प्रदर्शन रहता है यह इस पर निर्भर रहता है कि पिछली ग़लतियों से किस टीम ने कितना सीखा और कितना सुधार किया है।
पहले बात चेन्नई सुपर किंग्स की। पिछले मैच में दिल्ली कैपिटल ने चेन्नई सुपरकिंग्स पर धमाकेदार जीत दर्ज की थी। 189 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल ने पृथ्वी शॉ और शिखर धवन की विस्फोटक बल्लेबाज़ी के दम पर मैच को एकतरफ़ा बना दिया और 8 गेंद शेष रहते ही 3 विकेट पर 190 रन बनाकर मैच 7 विकेट से जीत लिया था। इस मैच में चेन्नई टीम की गेंदबाज़ी कमजोर दिखी थी। आलम यह रहा कि पॉवरप्ले में दिल्ली ने 6 ओवर में बगैर किसी नुक़सान के 65 रन ठोक डाले थे।
चेन्नई के लिए दीपक चाहर, सैम करन, शार्दुल ठाकुर, जडेजा और मोईन अली सभी का प्रदर्शन उस स्तर का नहीं रहा जो मैच जीता सके। आज के मैच में उन्हें जिताऊ पारी खेलनी होगी। लेकिन इसके लिए ख़ुद धोनी को बेहतर प्रदर्शन कर उदाहरण पेश करना होगा। पिछले मैच में धोनी का प्रदर्शन ख़राब रहा था। धोनी अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे।
महेंद्र धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2021 का पहला मैच तो हार ही गई, दूसरे मैच के लिए चिंता की बात सामने आ रही है। जेसन बेरनडॉर्फ़ और लुंगी एन्जिदी अगला मैच नहीं खेल पाएंगे। कोच स्टीफ़न फ्लेमिंग ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि वे दोनों खिलाड़ी किंग्स पंजाब के साथ होने वाला मैच नहीं खेल पाएंगे।
इधर पंजाब किंग्स ने भले ही अपना पहला मैच जीत लिया हो, लेकिन उसकी भी स्थिति बेहतर नहीं लग रही है। उसने राजस्थान रॉयल्स को मामूली अंतर सिर्फ़ 4 रन से ही हराया था। माना जाता है कि पंजाब के लिए बैटिंग में कोई दिक्कत नहीं है। उसकी मुख्य चिंता बॉलिंग है। यह पिछले मैच में भी दिखा था। ऐसा लगा था कि राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन अकेले बैटिंग के दम पर पंजाब से मैच छीन लेंगे। और ऐसा इसलिए हुआ था कि पंजाब के गेंदबाज़ उन्हें रोक नहीं पा रहे थे।
एमएस धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल में जीत की राह पर लौटने के लिए आज पंजाब किंग्स की मज़बूत बल्लेबाज़ी के सामने गेंदबाज़ी में सुधार करके उतरना होगा। और पंजाब को यदि लगातार दूसरी जीत चाहिए तो इसे भी अपनी गेंदबाज़ी सुधारनी होगी।
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